पी चिदंबरम का मोदी सरकार पर हमला, गलत नीतियों से बढ़ रही महंगाई, अर्थव्यवस्था की हालत बेहद चिंताजनक
उदयपुर, 14 मई: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम शनिवार को राजस्थान के उदयपुर में चिंतन शिविर कार्यक्रम में शामिल हुए। चिंतन शिविर के दूसरे दिन उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने देश में बढ़ती मंहगाई को लेकर मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति बेहद चिंता का विषय है।

गलत नीतियों से बढ़ रही महंगाई
पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि धीमी विकास दर मौजूदा सरकार के कारनामे को उजागर करती है और मोदी सरकार की यही पहचान है। मुद्रास्फीति अप्रत्याशित स्तर तक बढ़ गई है। सरकार पेट्रोल और डीजल और उच्च प्रशासित कीमतों पर उच्च करों द्वारा मुद्रास्फीति में वृद्धि कर रही है। इससे आम आदमियों की कमर टूट रही है। लोगों पर महंगाई का बोझ बढ़ता ही जा रहा है। सरकार की नीति की वजह से लोगों की परेशानी बढ़ रही है।
सरकार नहीं दे रही ध्यान
पी चिदंबरम ने कहा कि अपनी गलत नीतियों के चलते सरकार महंगाई बढ़ा रही है। मोदी सरकार की आर्थिक नीतियां देश हित में नहीं है। साथ ही कहा कि बाहरी स्थितियों ने अर्थव्यवस्था पर दबाव बढ़ा दिया है। सरकार स्थिति से निपटने के तरीकों से अनभिज्ञ है। पिछले सात महीनों में देश से 22 अरब अमेरिकी डॉलर बाहर चले जा चुके हैं। विदेशी मुद्रा भंडार 36 अरब अमेरिकी डॉलर कम हो गया है। सरकार की नीति मौजूदा स्थिति से निपटने की नहीं है और न ही इस तरफ ध्यान दे रही है।
फिर भी मोदी है तो मुमकिन है
वहीं, इससे पहले पी चिदंबरम कोयले की कमी और भीषण गर्मी के कारण पैदा हुए बिजली संकट को लेकर मोदी सरकार पर तंज कसा था। उन्होंने कहा था कि प्रचुर मात्रा में कोयला, बड़े रेल नेटवर्क, थर्मल प्लांटों में अप्रयुक्त क्षमता। फिर भी, बिजली की भारी कमी के लिए मोदी सरकार को दोषी नहीं ठहराया जा सकता है। यह कांग्रेस के 60 साल के शासन के कारण है! कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने अपने एक अन्य ट्वीट में कहा था कि सरकार ने सही समाधान खोजा है। यात्री ट्रेनों को रद्द करें और कोयले के रेल को चलाएं। फिर भी मोदी है तो मुमकिन है।
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