लोकसभा चुनाव 2019: कांग्रेस मौजूदा सांसदों को दोबारा दे सकती है टिकट, यूपी में 2009 में जीते सांसदों को खुल सकती है किस्मत
नई दिल्ली: कांग्रेस जहां एक तरफ आगामी लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन को लेकर संभावित सहयोगी पार्टियों से बातचीत और सौदेबाजी कर रही है। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस चुनाव लड़ने वाले अपने उम्मीदवारों के नाम भी फाइनल करने में लगी है। अलग-अलग राज्यों की कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की कई बैठकों के दौरे के बाद पार्टी अपने सभी मौजूदा सांसदों को टिकट दे सकती है। इकोनॉमिक्स टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी ने राज्यों की प्रदेश कांग्रेस कमेटी से कहा कि वो जिन लोकसभा सीटों पर पार्टी के मौजूदा सांसद हैं, वहां पैनल में एक से ज्यादा उम्मीदवारों के नाम नहीं भेजने के लिए कहा है।
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यूपी के लिए पहली लिस्ट तैयार
कांग्रेस नेतृत्व ने उत्तर प्रदेश में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली लिस्ट तैयार कर ली है। इस लिस्ट में उन 22 सांसदों के नाम है, जिन्होंने 2009 के आम चुनाव में जीत हासिल की थी। सूत्रों ने बताया कि इन नामों के अतिरिक्त उत्तर प्रदेश के लिए उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) और बहुजन समाज पार्टी(बीएसपी) के बागियों का नाम भी शामिल है।
2014 में कम अंतर से हारे उम्मीदवारों को मिलेगा टिकट!
सूत्रों के अनुसार पार्टी की स्क्रीनिंग कमेटी में ये भी ये बात भी निकलकर आई है कि जिन उम्मीदारों को साल 2014 के लोकसभा चुनाव में कम अंतर से हार मिली थी। ऐसे उम्मीदवारों को पार्टी दोबारा टिकट दे सकती है। वहीं जिन सीटों पर पार्टी पिछले दो या तीन चुनाव बुरी तरह से हारी है वहां पार्टी की नए चेहरों को मौका देगी। इसमें ऐसे युवा और महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी, जिन्होंने पार्टी के सर्वे में शानदार प्रदर्शन किया है। कांग्रेस ने शक्ति ऐप के जरिए कार्यकर्ताओं के बीच सर्वे कराया था।
राज्यसभा सांसदों को नहीं मिलेगा टिकट
कांग्रेस मौजूदा राज्यसभा सांसदों को आगामी लोकसभा चुनाव में लड़ने के लिए प्रोत्साहित नहीं कर रही है। सूत्रों के मुताबिक हालांकि अपवाद के तौर पर राज्यसभा के कुछ सांसदों को टिकट मिल सकता है जिनकी जीतने की संभावना अधिक है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी और स्क्रीनिंग कमेटी की आतंरिक रिपोर्ट मिलने के बाद एआईसीसी महासचिव (संगठन) के सी वेणुगोपाल की अध्यक्षता में उम्मीदवारों को सूची को अंतिम रूप देने के लिए कई बैठकों का दौर चल रहा है, जिसे अंतिम निर्णय के लिए केंद्रीय चुनाव समिति के समक्ष रखा जा सकता है। ऐसी संभावना है कि इस हफ्ते चुनाव आयोग लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है। पार्टी जल्द से जल्द उम्मीदवारों के नाम का ऐलान करना चाहती है ताकि उम्मीदार चुनाव प्रचार शुरू कर दें।