CM योगी के ड्रीम प्रोजेक्ट ODOP से हो रहा उद्योगों का विकास, विश्वस्तर पर भी मिली एक नई पहचान
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2018 में वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ODOP) योजना शुरू की थी। जिसके तहत 2600 उद्यमियों को 8200 करोड़ रुपये की मदद दी गई। ओडीओपी ने पहले से ही अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपनी खास जगह बना ली है क्योंकि राज्य के सभी 75 जिलों के विशिष्ट उत्पाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में आपको मिल जाएंगे। जिसे योगी सरकार की बड़ी कामयाबी के रूप में देखा जा रहा है।
आंकड़ों पर नजर डालें तो 11,000 से अधिक ODOP उत्पाद ऑनलाइन शॉपिंग साइट अमेजन पर उपलब्ध हैं, जबकि 24 करोड़ रुपये के 50,000 उत्पाद अब तक बेचे जा चुके हैं। ODOP के तहत ही वित्त वर्ष 2018-19 में 916 उद्यमियों को 3,134 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता दी गई थी। इसके अलावा इस योजना से 10733 लोगों को रोजगार भी मिला। इसी तरह वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान, 1442 उद्यमियों को 4353 करोड़ रुपये से अधिक की वित्तीय सहायता दी गई और 15,253 लोगों को रोजगार मिला। वहीं चालू वित्तीय वर्ष में 236 उद्यमियों को अगस्त तक लगभग 8 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता दी गई है, जबकि 2114 लोगों को रोजगार मिला है।
लगातार
बढ़
रहा
निर्यात
2018-19
में
ओडीओपी
उत्पादों
का
निर्यात
28
प्रतिशत
बढ़कर
1.10
लाख
करोड़
रुपये
हो
गया।
वहीं
MSME
के
अतिरिक्त
मुख्य
सचिव
नवनीत
सहगल
ने
कहा
कि
ओडीओपी
उद्यमियों
की
समस्याओं
को
प्राथमिकता
के
साथ
सुलझाया
जा
रहा
है।
इसके
साथ
ही
उन्हें
उन्नत
मशीनें,
प्रशिक्षण
और
वित्तीय
सहायता
भी
दी
जा
रही
है,
ताकी
तकनीकी
रूप
से
कुशल
बनाया
जा
सके।
क्या
कहते
हैं
विशेषज्ञ?
वहीं
विशेषज्ञों
का
मानना
है
कि
2017
के
बाद
यूपी
में
औद्योगिक
क्षेत्र
की
स्थिति
में
भारी
बदलाव
आया
है,
विशेष
रूप
से
पारंपरिक
उद्योगों
के
प्रति
राज्य
सरकार
का
समर्पण
प्रशंसनीय
है।
पश्चिमी
यूपी
चैंबर
एंड
कॉमर्स
के
पूर्व
सचिव
आरके
जैन
कहते
हैं
कि
सरकार
उद्यमियों
की
समस्याओं
का
समाधान
भी
कर
रही
है,
जिससे
जिले
के
पारंपरिक
उद्योगों
का
उत्पादन
बढ़ा
है।
उदाहरण
के
तौर
पर
देखें
तो
सहारनपुर
की
पुरानी
लकड़ी
पर
नक्काशी
उद्योग
को
प्रशिक्षण
की
आवश्यकता
थी।
अब
राज्य
सरकार
उन्हें
प्रशिक्षण
सुविधाएं
प्रदान
कर
रही
है।
इससे
न
केवल
उत्पादों
में
सुधार
होगा,
बल्कि
उत्पादन
समय
में
भी
कमी
आएगी।