ममता सरकार ने 36 पूर्व उग्रवादियों को मुख्य धारा में लाने के लिए उठाया बड़ा कदम
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कामतापुर लिबरेशन ऑर्गेनाइजेशन के सरेंडर कर चुके 42 उग्रवादियों को मुख्यधारा में वापस लाने की पहल की है। कामतापुर लिबरेशन आर्गेनाइजेशन (केएलओ) के 42 उग्रवादियों ने समाज के मुख्य धारा में वापस आने की घोषणा करते हुए आत्म समर्पण किया था। गुरुवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा इनमें से केएलओ के 36 पूर्व सदस्यों को होमगार्ड बना दिया गया।
कामतापुर लिबरेशन ऑर्गेनाइजेशन लंबे समय से अलग राज्य कामतापुर या ग्रेटर कूचबिहार की मांग कर रहा है। हाल ही में इस नए उग्रवादी संगठन बनानेवाले चार लोगों को सीआइडी ने गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार उग्रवादियों में सरगना निर्मल राय उर्फ निर्मल बाबा भी शामिल था। इन सभी को सीआइडी ने विशेष हिफाजत में रखा है।
Siliguri: Chief Minister Mamata Banerjee distributed appointments to 36 former Kamtapur Liberation Organisation (KLO) terrorists, earlier today. They all have been appointed as home guards. #WestBengal pic.twitter.com/iyRAIdotkS
— ANI (@ANI) July 12, 2018
जानकारी के अनुसार, पड़ोसी राज्य असम के धुबड़ी जिला के भांगादूली इलाके के रहने वाले निर्मल राय ने कामतापुर या ग्रेटर कूचबिहार अलग राज्य की मांग को लेकर एक अलग उग्रवादी संगठन ग्रेटर कूचबिहार लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन का गठन किया था। इसका खुलासा सोशल मीडिया पर किया गया। सोशल मीडिया पर उग्रवादी संगठन की पोस्ट देखने के बाद से सीआइडी इनके पीछे पड़ गई थी।