करीब 11.88 करोड़ बच्चों को सरकारी स्कूलों में सड़ी-गली शिक्षा, 'विकसित भारत' का सपना अधूरा : CM केजरीवाल
केजरीवाल ने कहा कि जब तक भारत के सरकारी स्कूलों में अच्छी शिक्षा व्यवस्था नहीं बनती, देश का विकसित बनने का सपना अधूरा ही रहेगा। cm kejriwal chennai quality education in govt schools india development dream
चेन्नई / नई दिल्ली, 05 सितंबर : शिक्षक दिवस के मौके पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर शिक्षा को लेकर हालात सुधारने का आह्वान किया है। केजरीवाल ने कहा कि जब तक भारत के सरकारी स्कूलों में अच्छी शिक्षा व्यवस्था नहीं बनती, देश का विकसित बनने का सपना अधूरा ही रहेगा।
स्कूलों में सड़ी-गली शिक्षा
तमिलनाडु दौरे पर पहुंचे सीएम केजरीवाल ने कहा, हम एक विकसित देश बनना चाहते हैं, लेकिन अगर हमारे 66% बच्चे (करीब 11.88 करोड़ बच्चे) सरकारी स्कूलों में सड़ी-गली शिक्षा पा रहे हैं, तो देश कैसे आगे बढ़ सकता है? उन्होंने कहा, जब तक देश के सरकारी स्कूलों में अच्छी शिक्षा देने की शुरुआत नहीं होगी, विकसित देश बनने का भारत का सपना हमेशा दूर ही रहेगा।
18 करोड़ छात्र सरकारी स्कूल में
चेन्नई में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, हमारे देश में 27 करोड़ छात्र स्कूल जाते हैं, जिसमें से 18 करोड़ सरकारी स्कूलों में जाते हैं। हम जानते हैं कि कुछ को छोड़कर पूरे देश में सरकारी स्कूलों की स्थिति दयनीय है। हम चाहते हैं कि हमारा देश नंबर 1 देश बने।
किस कार्यक्रम में पहुंचे केजरीवाल
गौरतलब है कि तमिलनाडु सरकार ने सोमवार को स्कूल ऑफ एक्सीलेंस (एसओई) और मॉडल स्कूल योजना का उद्घाटन किया। स्कीम मोटे तौर पर उन्नत बुनियादी ढांचे वाले दिल्ली के स्कूलों पर आधारित है। कार्यक्रम सरकारी भारती महिला कॉलेज में आयोजित किया गया था, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सीएम एम के स्टालिन के साथ संयुक्त रूप से Schools of Excellence (SoE) और मॉडल स्कूल योजना का शुभारंभ किया। इस योजना के तहत 26 उत्कृष्टता स्कूल और 15 मॉडल स्कूलों को शामिल किया गया है। SoE के लिए 'थगैसल पल्लीगल' (Thagaisal Palligal) और मॉडल स्कूलों के लिए 'मथिरी पल्लीगल' (Mathiri Palligal) आधिकारिक तमिल नाम होंगे।