चहेते विधायकों को टिकट देने के लिए CM अखिलेश यादव का बड़ा दांव
शिवपाल सिंह यादव और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव की टिकट बंटवारे का काम देख रहे हैं। इस काम में अखिलेश यादव से किसी भी तरह की सलाह नहीं ली जा रही है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों से पहले समाजवादी पार्टी में टिकट बंटवारे को लेकर एक बार फिर घमासान छिड़ सकता है। प्रदेश में पार्टी की कमान संभाल रहे शिवपाल सिंह यादव ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पसंद के कई उम्मीदवारों को हटाकर दूसरे नेताओं को टिकट दे दिए। इस वजह से पार्टी के कई वफादार और ईमानदार विधायकों को अगले चुनाव से पहले अपने राजनीतिक भविष्य की चिंता सताने लगी है। हालांकि विधायकों को चिंता से मुक्त करते हुए सीएम अखिलेश यादव ने एक सलाह दी है।
अखिलेश
यादव
ने
फिर
दी
चेतावनी
सूत्रों
के
मुताबिक,
शिवपाल
सिंह
यादव
और
सपा
के
राष्ट्रीय
अध्यक्ष
मुलायम
सिंह
यादव
की
टिकट
बंटवारे
का
काम
देख
रहे
हैं।
इस
काम
में
अखिलेश
यादव
से
किसी
भी
तरह
की
सलाह
नहीं
ली
जा
रही
है।
सीएम
ने
इस
बारे
में
पार्टी
आलाकमान
को
चेतावनी
दी
है
कि
उन्हें
टिकट
बंटवारे
जैसे
महत्वपूर्ण
फैसले
से
दूर
न
रखा
जाए।
टिकट
बंटवारे
का
मुद्दा
समाजवादी
पार्टी
और
यादव
परिवार
पर
भी
भारी
पड़
सकता
है।
एटा
में
एक
रैली
को
संबोधित
करते
हुए
अखिलेश
यादव
ने
मंच
से
चेतावनी
दी
कि
पार्टी
हाईकमान
इस
बात
का
ध्यान
रखे
कि
उन्हें
नजरअंदाज
करने
से
पार्टी
के
अंदर
एक
बार
फिर
भूचाल
आ
जाएगा।
अखिलेश
यादव
2017
विधानसभा
चुनावों
की
तैयारी
में
जुटे
हैं
और
युवा
विधायकों
से
लगातार
मुलाकात
भी
कर
रहे
हैं।
मुख्यमंत्री
ने
विधायकों
को
अपने
विधानसभा
क्षेत्रों
में
जाकर
चुनाव
की
तैयारियां
करने
को
कहा
है।
पढ़ें: परिवार के विवाद पर बचकर समय निकाल रहे हैं अखिलेश यादव
सीएम
से
मिले
थे
70
विधायक
पार्टी
मुखिया
मुलायम
सिंह
यादव
और
शिवपाल
सिंह
यादव
इटावा
में
थे
और
उन्हें
अखिलेश
यादव
की
मीटिंग
के
बारे
में
जानकारी
थी।
हालांकि
उन्होंने
इस
बारे
में
कोई
प्रतिक्रिया
नहीं
दी।
यह
अब
तक
साफ
नहीं
हो
पाया
है
कि
जो
70
विधायक
अखिलेश
यादव
से
मिले
थे,
उन्हें
अगले
चुनाव
में
टिकट
दिया
जाएगा
या
नहीं।
जो
भी
विधायक
मुख्यमंत्री
से
मिले
थे
वे
युवा
हैं
और
उनके
प्रति
वफादार
हैं।
अखिलेश
यादव
ने
सभी
को
निश्चिंत
होकर
प्रचार
करने
के
लिए
कहा
है
और
आश्वासन
दिया
है
कि
उन्हें
टिकट
जरूर
मिलेगा।