वकीलों से बोले CJI रमन्ना- आपको सरंक्षक की तरह होना चाहिए, मुफ्त लड़ें कमजोर लोगों के केस
नई दिल्ली, 26 नवंबर: भारत के मुख्य न्यायाधीश एन वी रमन्ना ने शुक्रवार को कहा कि आज भारत दुनिया भर के प्रमुख वैक्सीन उत्पादक देशों में से एक है। हम टीकों, दवाओं, सॉफ्टवेयर और अन्य उत्पादों के भी प्रमुख निर्यातकों में से हैं। यह सभी के लिए गर्व की बात है। जिस तरह से भारत में जड़ें रखने वाले लोग दुनिया के विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों का नेतृत्व कर रहे ,वो भी हमें गौरान्वित करता है। सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन की ओर से आयोजित संविधान दिवस कार्यक्रम में बोलते हुए सीजेआई रमन्ना ने ये बात कही।
चीफ जस्टिस ने कहा, संविधान निर्माताओं ने विधायिका और कार्यपालिका के संबंध में जवाबदेही को एक अभिन्न अंग बनाया है। उन्होंने जानबूझकर न्यायपालिका को अलग पायदान पर रखने का फैसला किया। उन्हें उन लोगों की क्षमता पर संविधान को कायम रखने का भरोसा था, जो कोर्ट में जजों के आहदो पर बैठेंगे।
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भारत के मुख्य न्यायाधीश ने आगे कहा, भारतीय संविधान की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि यह बहस के लिए एक फ्रेमवर्क देता है। आज मैं उन स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देता हूं जिन्होंने अपने जीवन का बलिदान देकर इस संविधान को विकसित किया। स्वतंत्र भारत की नागरिकता का जश्न मनाना भी महत्वपूर्ण है।
वकीलों को कहा- आपको समाज में संरक्षक ती तरह होना चाहिए
चीफ जस्टिस ने कहा कि भारत का संविधान आज 1949 में अपनाए गए दस्तावेज की तुलना में अधिक समृद्ध और जटिल दस्तावेज बन चुका है। सीजेआई ने वकीलों की ओर मुखातिब होते हुए कहा कि कानूनी पेशे को एक महान पेशा कहा जाता है क्योंकि यह किसी भी अन्य पेशे की तरह विशेषज्ञता, अनुभव और प्रतिबद्धता की मांग करता है। आपको (वकीलों को) समाज में नेता और संरक्षक होना चाहिए। जरूरतमंद लोगों को अपना हाथ देने में सक्रिय भूमिका निभाएं। जब भी संभव हो मामलों को मुफ्त में उठाएं।
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