राम विलास से जुदा बेटे चिराग के सुर, कहा- दलितों और अल्पसंख्यकों के विकास पर मोदी सरकार का नजरिया सही
राम विलास से जुदा बेटे चिराग के सुर, कहा- दलितों और अल्पसंख्यकों के विकास पर मोदी सरकार का नजरिया सही'
पटना। लोक जनशक्ति पार्टी के नेता और सांसद चिराग पासवान ने पिता रामविलास पासवान से अलग टिप्पणी की है। दरअसल, केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने कहा था कि दलितों और अल्पसंख्यकों के बारे में धारण बदलने की जरूरत है। साथ ही उन्होंने एनडीए नेताओं से बिना सोचे-समझे टिप्पणी करने से बचने की भी सलाह दी थी। पासवान ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी में कुछ खास लोगों को ज्यादा तवज्जो दी जाती है।
चिराग पासवान बोले...
दूसरी ओर पासवान के बेटे चिराग ने पिता से अलग राय देते हुए कहा है कि साल 2019 में एनडीए सरकार बनाएगी। आज टीडीपी और वाईएसआर-कांग्रेस की ओर से दिए गए अविश्वास प्रस्ताव की नोटिस पर कहा कि इससे सरकार को कोई खतरा नहीं है। चिराग ने कहा कि सला 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद फिर नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे। उनकी पार्टी के NDA से बाहर जाने के सवाल पर चिराग ने कहा कि हम कहीं नहीं जा रहे हैं। साल 2019 में फिर से मोदी और शाह के नेतृत्व में सरकार बनाएंगे।
पिता से अलग राय दी
चिराग ने दलितों अल्पसंख्यकों के मुद्दे पर अपने पिता से अलग राय देते हुए कहा कि अल्पसंख्यकों के विकास के मामले में भ्रम फैलाया जा रहा है। मुझे नहीं लगता कि इस सरकार से ज्यादा दलितों और अल्पसंख्यकों के लिए किसी और सरकार में योजनाएं आई हैं जो क्रियान्वित हुईं। चिराग ने दलितों और अल्पसंख्यकों के विकास के मामले पर जो भ्रम फैलाया जा रहा है इसमें पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी शामिल हैं।
राम विलास पासवान ने दी सलाह
गौरतलब है कि राम विलास पासवान ने कहा था कि, 'यह सबको पता है कि एनडीए प्रगति के लिए काम करता है। इस तथ्य के साथ ही थोड़ी होशियारी दिखाने की जरूरत है। नेताओं को ज्यादा होशियार रहने तथा विधानसभा चुनाव के दौरान आरक्षण के खिलाफ बोलने जैसी बड़ी गलतियों से बचने की जरूरत है।' वह 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान नौकरियों के आरक्षण को लेकर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की टिप्पणी की ओर इशारा कर रहे थे।
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