लद्दाख में LAC के करीब नजर आए चीनी मिलिट्री हेलीकॉप्टर, IAF ने रवाना किए फाइटर जेट्स
नई दिल्ली। पिछले हफ्ते सिक्किम और लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर भारत और चीन की सेना के जवानों की मुठभेड़ हुई थी। इसी दौरान लद्दाख में चीन के मिलिट्री हेलीकॉप्टर्स को भी एलएएसी के करीब देखा गया था। चीनी हेलीकॉप्टर्स के नजर आने के बाद इंडियन एयरफोर्स (आईएएफ) को फाइटर जेट्स रवाना करने पड़े थे। न्यूज एजेंसी एएनआई ने सरकार के करीबी सूत्रों के हवाले से इस बात की जानकारी दी है।
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लद्दाख में हैं IAF के दो बेस
भारत और चीन के बीच करीब 3500 किलोमीटर लंबी एलएसी दोनों देशों के बीच कई दशकों से तनाव की वजह है। चीनी मिलिट्री हेलीकॉप्टर्स का पता लगते ही इलाके में फाइटर जेट्स को फौरन रवाना किया गया था। सूत्रों की तरफ से इस बात की जानकारी भी दी गई है कि हेलीकॉप्टर्स ने एलएसी को पार नहीं किया था और न ही हेलीकॉप्टर्स भारतीय सीमा में दाखिल हुए थे। फाइटर जेट्स पेट्रोलिंग के बाद लौट आए थे। लेह से आईएएफ के सुखोई फाइटर जेट्स एलएएसी तक पेट्रोलिंग करते हैं। आईएएफ के दो मेन बेस लद्दाख में हैं जिसमें एक लेह और एक थ्यॉइस में है। यहां पर फाइटर जेट्स स्थायी तौर पर तैनात नहीं हैं मगर साल भर यहां से फाइटर स्क्वाड्रन अपना संचालन करती हैं।
सिक्किम और लद्दाख में हुई हाथापाई
भारतीय सेना की तरफ से दो अलग-अलग जगहों पर चीनी सैनिकों के साथ हुई हाथापाई की पुष्टि पिछले दिनों की गई है। पहली घटना पांच मई को लद्दाख की पैगोंग झील पर हुई तो दूसरी घटना नौ मई को सिक्किम के नाकू ला पास के करीब हुई है। सिक्किम का नाकू ला सेक्टर 19,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। नाकू ला में उस समय हाथापाई हुई जब भारतीय और चीनी गश्ती दल शनिवार को दोपहर यहां पर पहुंचे थे। नाकू ला को एक संवेदनशील इलाका माना जाता है। यानी वह क्षेत्र जहां पर आपसी विवाद हो सकता है। यहां पर 10 से 12 सैनिक दोनों तरफ से आमने-सामने आ गए थे और उन्हें हल्की चोटें भी आई हैं।
कुछ सैनिकों को आईं चोटें
सेना की तरफ से कहा गया है कि आक्रामक चीनी सैनिकों के साथ हुई मुठभेड़ में दोनों तरफ के सैनिकों को चोट आई हैं। रक्षा प्रवक्ता की तरफ से कहा गया, 'अस्थायी और बहुम कम समय के लिए सीमा पर सुरक्षा करने वाले दल आमने-सामने आ गए थे। दोनों तरफ से सैनिकों का रवैया काफी आक्रामक था। दोनों पक्षों के बीच बातचीत हुई और फिर स्थानीय स्तर पर वार्ता की गई। इसके बाद प्रोटोकॉल के तहत मुद्दों को आपस में सुलझा लिया गया।' पांच और छह मई को ईस्टर्न लद्दाख में पैंगोंग झील मे इसी तरह की घटना हुई थी। कुछ मिनटों तक दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने थी। छह मई को यहां पर जो विवाद शुरू हुआ था उसे सुलझा लिया गया था।
LoC पर पाकिस्तान के जेट्स
पहले भी कई बार ऐसी घटनाएं हुई हैं जब चीनी हेलीकॉप्टर्स लद्दाख सेक्टर में एलएएसी पर नजर आए हैं। यह नई घटना ऐसे समय प्रकाश में आई है जब सुरक्षा एजेंसियों ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) के करीब पाकिस्तान एयरफोर्स के फाइटर जेट्स एफ-16 और जेएफ-17 को उड़ान भरते देखा था। हंदवाड़ा में हुए आतंकी हमले के बाद से ही पीएएफ के फाइटर जेट्स लगातार उड़ान भर रहे हैं। हंदवाड़ा हमले में कर्नल समेत पांच सैनिक शहीद हो गए थे। माना जा रहा है कि पाकिस्तान को अब प्रतिक्रियात्मक कार्रवाई का डर सता रहा है।