अरविंद केजरीवाल बोले-मेरी पूरी कैबिनेट के पास बर्थ सर्टिफिकेट नहीं, क्या डिटेंशन सेंटर भेज देंगे
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के खिलाफ प्रस्ताव पास कर दिया। दिल्ली विधानसभा में एनपीआर और एनआरसी का विरोध करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, मैं केंद्र से एनपीआर और एनआरसी वापस लेने का आग्रह करता हूं। विधानसभा में 70 विधायक हैं लेकिन सिर्फ 9 विधायकों ने कहा कि उनके पास जन्म प्रमाण पत्र है। उन्होंने कहा कि, हम एनपीआर और एनआरसी को दिल्ली में लागू नहीं होने देंगे।
'उनके परिवार को डिटेंशन सेंटर में भेज दिया जाएगा?'
अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष से कहा कि, डॉक्यूमेंट्स कौन से माने जाएंगे... केवल और केवल किसी सरकारी एजेंसी द्वारा जारी बर्थ सर्टिफिकेट माना किया गया। स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट होता था वो नहीं चलेगा। नगर निगम का चलेगा या पंचायत का चलेगा। मेरे पास भी नहीं है। साबित करने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री के पास जन्म प्रमाण पत्र नहीं है। मेरी बीवी के पास भी नहीं है, मेरे मां-बाप के पास भी नहीं है। बस बच्चों के हैं। क्या दिल्ली के मुख्यमंत्री और उनके परिवार को डिटेंशन सेंटर में भेज दिया जाएगा?
पूरी दिल्ली के कैबिनेट के पास जन्म प्रमाण पत्र नहीं
केजरीवाल ने कहा कि, मेरी पूरी कैबिनेट के पास जन्म प्रमाण पत्र नहीं है। अध्यक्ष महोदय आपके पास भी नहीं है। मनीष जी के पास नहीं है, अभी इन्होंने बताया कि, पूरी दिल्ली के कैबिनेट के पास जन्म प्रमाण पत्र नहीं है। तो क्या पूरी कैबिनेट को डिटेंशन सेंटर में भेज देंगे। इसके बाद केजरीवाल ने विधानसभा में मौजूद सदस्यों से पूछा कि क्या उनके पास जन्म प्रमाण पत्र है। केजरीवाल ने उन लोगों से अपना हाथ उठाने के लिए कहा जिनके पास यह सर्टिफिकेट है। इस दौरान सिर्फ 9 सदस्यों ने ही अपने हाथ उठाए।
दिल्ली विधानसभा में NPR और NRC के खिलाफ प्रस्ताव पारित
केजरीवाल ने कहा, 70 लोगों की विधानसभा में 61 लोगों के पास जन्म प्रमाणपत्र नहीं है यह साबित करने के लिए कि हम इस देश के नागरिक नहीं हैं केवल 9 लोगों के पास वह प्रमाण पत्र है। जिनके पास दस्तावेज नहीं है तो कितने लोग हैं जो एफिडेविट देंगे कि आप पाकिस्तानी हो। अध्यक्ष महोदय हम मर जाएंगे, कट जाएंगे मिट जाएंगे, देश के साथ गद्दारी नहीं करेंगे। ये जो कह रहे हैं कि बोलो पाकिस्तानी हो तभी नागरिकता देंगे। तो बता दें कि पूरी जिंदगी डिटेंशन सेंटर में बिता देंगे लेकिन देश के साथ गद्दारी नहीं करेंगे।
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