Cheetah Is Back: 70 साल बाद टाइगर फेस वाले विमान से भारत लौट रहे चीते, जश्न में जुटे लोग, देखें तस्वीरें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने जन्मदिन पर 17 सितंबर को मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क (केएनपी) में चीतों को भारतीय वन्यजीवों में फिर से शामिल करेंगे। पूरा देश उनके आने का बेसब्री से इंतजार कर रहा है।
नई दिल्ली, 15 सितंबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने जन्मदिन पर 17 सितंबर को मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क (केएनपी) में चीतों को भारतीय वन्यजीवों में फिर से शामिल करेंगे। पूरा देश उनके आने का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। चीते शनिवार को दक्षिण अफ्रीका के नामीबिया से आ रहे हैं। इसको लेकर इतना उत्साह है कि ट्विटर पर #CheetahIsBack ट्रेंड करने लगा है।
साझा किया विशेष पोस्ट
केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने 11 सितंबर को कहा था कि भविष्य में चरणबद्ध तरीके से 25 से अधिक चीतों को केएनपी में लाया जाएगा। शुरुआत में आठ चीते 17 सितंबर (शनिवार) को केएनपी पहुंचेंगे। नामीबिया में भारतीय उच्चायोग के ट्विटर हैंडल ने चीतों की वापसी का जश्न मनाने के लिए एक विशेष पोस्ट साझा किया।
भारतीयों के लिए किसी उत्सव से कम नहीं
ऑल इंडिया रेडियो और प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी) के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से बेहद आकर्षक पोस्ट किया है। पीआईबी ने फिल्म कभी खुशी कभी गम की एक सीन, जिसमें जया बच्चन हाथ में स्वागत की थाली लेकर खड़ी रहती हैं, उसको शेयर किया है। चीते का आना सभी भारतीयों के लिए किसी उत्सव से कम नहीं है। चीता को लाने के लिए जिस प्लेन को भेजा गया है, वो टाइगर फेस वाला है। इसकी भी खूब चर्चा हो रही है।
ऐसे विलुप्त हो गया था चीता
1947 में महाराजा रामानुज प्रताप सिंह देव द्वारा प्रजातियों की अंतिम संतान को गोली मारने के बाद 1952 में एशियाई चीता को भारत में विलुप्त घोषित कर दिया गया था। इस पहल के साथ सरकार का लक्ष्य संकटग्रस्त पारिस्थितिकी तंत्र को बहाल करना और भारत में प्रजातियों का संरक्षण करना है।
इस वजह से आने में हुई देरी
भारत में अफ्रीकी चीता परिचय परियोजना की कल्पना पहली बार 2009 में की गई थी और पिछले साल नवंबर तक राष्ट्रीय उद्यान में बड़ी बिल्ली को पेश करने की योजना बनाई गई थी। अधिकारियों ने कहा कि कोविड -19 महामारी और लगातार लॉकडाउन के कारण परियोजना में देरी हुई।
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