पाकिस्तान को सता रहा डर, 'न्यूक्लियर स्ट्राइक' कर सकती है मोदी सरकार
नई दिल्ली। डोकलाम को लेकर चीन के साथ चल रहे टकराव के बीच पाकिस्तान लगातार एलओसी पर क केवल फायरिंग कर रहा है बल्कि घुसपैठ भी करा रहा है। एक ओर पाकिस्तानी सेना भारत को धमकी दे रही है, वहीं दूसरी ओर थिंक टैंक मोदी सरकार की परमाणु नीति को लेकर घबराए हुए हैं। पाकिस्तान के सबसे प्रतिष्ठित अखबार 'डॉन' की वेबसाइट पर छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत ने अपने परमाणु सिद्धांतों में बदलाव किया है, जो कि पाकिस्तान के लिए खतरनाक है। यह चिंता सेंटर फॉर इंटरनेशनल स्ट्रेटिजिक स्टडीज (CISS) ने जाहिर की है। इस थिंक टेंक ने भारत की 'परमाणु पॉलिसी में चेंज' पर बहस कराई, जिसमें पाकिस्तान का डर उभर कर सामने आया।
पाकिस्तान के लगभग सभी एक्सपर्ट इस विषय पर सहमत दिखे कि भारत अपनी परमाणु ताकत का विस्तार कर रहा है। पाकिस्तान पर इसका काफी असर होगा। इतना ही नहीं, भारत की बढ़ती परमाणु ताकत के चलते आने वाले वक्त दोनों देशों के बीच बातचीत की संभावनाएं भी बेहद कम होती जाएंगी।
पाकिस्तान को आशंका परमाणु पॉलिसी बदल रही मोदी सरकार
पाकिस्तानी थिंक टैंक की ओर से कराई चर्चा में यह भी कहा गया कि भारतीय अधिकारियों और जानकारों के बयानों से स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं कि मोदी सरकार परमाणु हथियारों के 'नो फर्स्ट यूज' की पॉलिसी को बदलकर 'प्री एम्पटिव स्ट्राइक्स' के विकल्प पर गंभीरता से विचार कर रही हैं।
'प्री एम्पटिव स्ट्राइक्स' का मतलब यह हुआ कि भारत अपने दुश्मन देश के हमले का इंतजार न करके पहले ही उस पर परमाणु हमला या कोई और अटैक कर दे, जिससे कि पलटवार करने की उसकी ताकत ही खत्म हो जाए। पाकिस्तानी थिंक टैंक का कहना है कि भारत के लिए 'प्री एम्पटिव स्ट्राइक्स' करना इतना आसान नहीं है, लेकिन अमेरिका और इजरायल से मिली टेक्नोलॉजी के बल पर भारत के लिए ऐसा करना असंभव भी नहीं है।