टीडीपी नेताओं की गिरफ्तारी लिए भड़के नायडू, डीजीपी को लिखा पत्र
विजयवाड़ा, 04 जुलाई: तेलुगु देशम पार्टी चीफ एन चंद्रबाबू नायडू ने पार्टी के दो नेताओं की आधी रात में हुई गिरफ्तारी पर डीजीपी को पत्र लिखा है। डीजीपी को लिखे एक पत्र में नायडू ने गिरफ्तारी और उसके बाद 'हिरासत में यातना' देने की कड़ी निंदा की। साथ सीआईडी की कार्रवाई को सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का स्पष्ट उल्लंघन करार दिया। उन्होंने मांग की कि 'ज्यादती' करने वाले सीआईडी अधिकारियों को निलंबित किया जाए।
अपने पत्र में उन्होंने लिखा कि यह उचित समय है कि आप सीआईडी की प्राथमिकताओं को सही तरीके से निर्धारित करें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उचित कामकाज और इसके जनादेश का निर्वहन हो। सीआईडी के उचित कामकाज से ही यह सुनिश्चित होगा कि संविधान में मौलिक अधिकार सुरक्षित और संरक्षित हैं।
उन्होंने आगे लिखा कि हाल के दिनों में CID ने अपनी आधी रात की गिरफ्तारी और सत्तारूढ़ YSRC के पक्ष में एकतरफा कार्रवाई के लिए कुख्याति अर्जित की है। तेदेपा के दो कार्यकर्ताओं की अवैध गिरफ्तारी और उन्हें हिरासत में प्रताड़ना की ताजा घटना सीआईडी की खराब कार्यप्रणाली को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि सीआईडी आधी रात को धरणीकोटा गांव स्थित गरलापति वेंकटेश्वर राव के घर पहुंची। उन्होंने डकैतों की तरह दीवार फांदी और एक घर में घुस गए। उन्होंने राव की मां और बहन के साथ बदसलूकी की।
चंद्रबाबू नायडू का बड़ा आरोप- आंध्र प्रदेश में लोगों के साथ ज्यादती कर रही है CID
इसी तरह सीआईडी ने 30 जून को मंगलागिरी में मोकारला संबाशिव राव को उनके बेडरूम में घुसकर गिरफ्तार किया, जहां उनकी पत्नी अपने बच्चे को स्तनपान करा रही थी। नायडू ने आरोप लगाया कि गिरफ्तारी के बाद दोनों को प्रताड़ित किया गया और उनकी पिटाई की गई। उन्होंने पूछताछ कक्ष में सीसीटीवी कैमरों की कमी पर सवाल उठाया, जो सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का स्पष्ट उल्लंघन है।