कोरोना वायरस को लेकर केंद्रीय मंत्री की लोगों से अपील, बोले- मांस मछली खाना सुरक्षित
नई दिल्ली। इस वक्त पूरी दुनिया कोरोना वायरस के कहर का सामना कर रही है। ऐसा माना जा रहा है कि ये चीन के वुहान शहर के सी-फूड बाजार से फैलना शुरू हुआ था और जानवरों से इंसानों में आया है। इस बीच केंद्रीय पशुपालन, डेयरी और मत्स्यपालन मंत्री गिरिराज सिंह ने लोगों से अपील की है कि कोरोना वायरस को लेकर जो अफवाहें फैल रही हैं, उनसे पॉल्ट्री उद्योग प्रभावित हो रहा है। इससे उद्योग को रोजाना 1,500 से 2,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है।
पांच करोड़ लोगों की जीविका पर संकट
साथ ही देश के 10 लाख किसानों और इसकी बिक्री से जुड़े वैल्यू चेन में पांच करोड़ लोगों की जीविका भी संकट में आ गई है। गिरिराज सिंह ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा, 'लोगों में वायरस का खौफ फैल गया है। वैश्विक OIE जीव जंतुओं का दुनिया का सबसे बड़ा संगठन और भारत सरकार दोनों ये बता रहे हैं कि जीव जंतुओं का कोरोना वायरस से कोई संबंध नहीं है। लोग मांस, मछली और अंडा खा सकते हैं।'
विशेषज्ञों की समिति का गठन
उन्होंने कहा है, खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) देश के खाद्य नियामक ने सूचित किया है कि कोरोना वायरस प्रभावित देशों से भारत में आयात किया गया भोजन सुरक्षित है। इस तरह के खाद्य पदार्थों की सुरक्षा के बारे में उठाई गई चिंताओं को दूर करने के लिए विशेषज्ञों की समिति का गठन किया गया था। समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा गया है कि अब तक कोरोना वायरस के खाद्य जनित संचरण के लिए कोई निर्णायक सबूत नहीं हैं।
अधपका मांस ना खाएं
कोरोना वायरस मुख्य रूप से श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है और छींकने, खांसने, दूषित हाथों और सतहों पर बूंदों के माध्यम से मानव से मानव में फैलता है। अहतियात के तौर पर समिति ने कच्चे और अधपके मांस के साथ-साथ असंसाधित खाद्य उत्पादों के सेवन से बचने की सलाह दी है। उन्हें ठीक से पकाने के बाद ही खाएं। कच्चे फलों और सब्जियों का सेवन करने से पहले उन्हें अच्छे से धोएं।
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