पीढ़ियों से देश की सेवा में सेना से जुड़ा हुआ है CDS बिपिन रावत का परिवार, पिता भी थे आर्मी ऑफिसर
नीलगिरी, 08 दिसंबर। देश के सबसे पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत का बुधवार को तमिलनाडु के नीलगिरी जिले में एक हेलीकॉप्टर क्रैश में निधन हो गया। इस दुर्घटना ने देश में हर किसी को स्तब्ध कर दिया है। हादसा इतना भयानक था कि हेलीकॉप्टर क्रैश होते ही उसमें आग लग गई और दुर्घटना में 13 लोगों की मौत हो गई। हेलीकॉप्टर में बिपिन रावत की पत्नी मधुलिका रावत सहित 14 लोग सवार थे, सभी दिल्ली से सुलूर एयरबेस जा रहे थे।
हेलीकॉप्टर के ब्लैक बॉक्स की खोज
हादसा नीलगिरी जिले के कुन्नूर में हुआ, शुरुआती जांच में पता चला है कि जहां यह हादसा हुआ उस इलाके में मौसम खराब था। इस मामले में स्पष्ट जानकारी केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह संसद में देंगे। वहीं वायुसेना ने हादसे का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दिए हैं। हेलीकॉप्टर के ब्लैक बॉक्स की भी खोज की जा रही है। हादसे में तीन लोग गंभीर रूप से घायल थे, वायुसेना के मुताबिक सीडीएस जनरल बिपिन रावत भी हेलीकॉप्टर हादसे में बच नहीं सके।
सेना से जुड़ी है बिपिन रावत की पीढ़ियां
हेलीकॉप्टर क्रैश के बाद से जनरल बिपिन रावत की जांबाजी से लेकर उनके परिवार तक की चर्चा हो रही है, लेकिन बहुत कम लोगों को ही पता है कि सीडीएस का परिवार पीढ़ियों से सेना में अपने देश की सेवा कर रहा है। बिपिन रावत के पिता भी एक आर्मी ऑफिसर थे, उनके परिवार में सेना में शामिल होना एक परंपरा थी। बिपिन रावत का भी करियर शानदार रहा है, वह असाधारण सैन्य अधिकारी रहे हैं।
1978 में सेना से जुड़े बिपिन रावत
उनका जन्म उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में चौहान राजपूत परिवार में हुआ, उन्होंने 1978 में 11वीं गोरखा राइफल की पांचवीं बटालियन से आर्मी में अपने करियर की शुरुआत की। रावत ने अपनी पढ़ाई कैंबरीन हॉल स्कूल, शिमला में सेंट एडवर्ड स्कूल और भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून से हुई। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मेरठ के चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी से पीएचडी की। बिपिन रावत देश के मिशन के अलावा संयुक्त राष्ट्र संघ के कई मिशन में भी वो शामिल रहे।
सैनिक परिवारों की मदद करती हैं सीडीएस की पत्नी
सीडीएस जनरल बिपिन रावत की पत्नी मधुलिका रावत भी सैनिक परिवारों की मदद करती हैं। हेलीकॉप्टर में सीडीएस के साथ मधुलिका रावत भी मौजूद थी, फिलहाल दोनों के हालत के बारे में कोई जानकारी नहीं है। सीडीएस के पिता लक्ष्मण सिंह लेफ्टिनेंट जनरल के पद से रिटायर हो चुके हैं। बिपिन रावत के परिवार से और भी लोग सेना में रहे हैं। सीडीएस बनने से पहले तक बिपिन रावत 31 दिसंबर 2016 से 31 दिसंबर 2019 तक थल सेनाध्यक्ष के पद पर रहे।
बिपिन रावत के लिए देश ने मांगी थी सलामती की दुआ
सोशल मीडिया पर पूरे देश और कई सियासी हस्तियों ने भी टि्वटर पर हादसे को लेकर ट्वीट किए हैं। कांग्रेस के शीर्ष नेता राहुल गांधी ने घायलों की सलामती की दुआ मांगते हुए लिखा था, 'हेलिकॉप्टर में सवार सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और अन्य लोगों की सुरक्षा की आशा करता हूं। शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना।' वहीं, केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने लिखा- 'सीडीएस बिपिन रावत के साथ हेलीकॉप्टर के दुखद दुर्घटना के बारे में सुनकर स्तब्ध हूं। मैं सभी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं।'
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