कावेरी जल विवाद में बंद का समर्थन करने वाले स्टालिन और कनिमोझी गिरफ्तार
नई दिल्ली। तमिलनाडु और कर्नाटक के बीच कावेरी नदी के पानी को लेकर चल रहे विवाद के मद्देनजर आज एक दिवसीस बंद तमिलनाडु में शुरू हो गया। इसमें किसान, व्यापानी समेत लगभग हर वर्ग के लोग शामिल हैं।
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ये बड़े नेता हुए गिरफ्तार
बंद का आह्वान करने वालों ने साफ किया है कि वे 'सड़क एवं रेल रोको' समेत कई विरोध प्रदर्शन करेंगे। इसी बीच बंद का समर्थन करने वाले डीएमके के वरिष्ठ नेता एमके स्टालिन, कनिमोझी और एमडीएमके नेता वाइको को अरेस्ट कर लिया गया है।
#TamilNaduBandh MDMK Chief Vaiko detained in Tiruchirappalli during protest over #CauveryIssue pic.twitter.com/OzxIAksftw
— ANI (@ANI_news) September 16, 2016
रोडब्लॉक की हो रही थी कोशिश
एम के स्टालिन ट्रेन रोकने और उनकी बहन कनिमोझी चेन्नई में रोडब्लॉक करने की कोशिश कर रहीं थीं तभी उन्हें गिरफ्तार किया गया। इन दोनों को समर्थकों के साथ बसों में बैठाकर ले जाया गया।
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Bengaluru: KRV protest against release of Cauvery water, protesters detained by police #CauveryProtests pic.twitter.com/AV0FdlyRGd
— ANI (@ANI_news) September 16, 2016
बसों, ट्रेनों का सामान्य चलन जारी
राज्य परिवहन की बसें और ट्रेनें सामान्य रूप से चल रही हैं जबकि आॅटो, टैक्सी आदि वाहन नदारद दिखे। इस बंद को नियंत्रित रखने के लिए कुल 15 हज़ार पुलिसकर्मियों को ड्यूटी पर लगाया गया है।
DMK & VCK party workers' 'Rail Roko' protest against #CauveryIssue in Hosur, Tamil Nadu. pic.twitter.com/4EAg0jr8r5
— ANI (@ANI_news) September 16, 2016
हजारों पुलिसकर्मियों की तैनाती
राज्य में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए हजारों की तादाद में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। पुलिस पूरे विरोध प्रदर्शन पर कड़ी निगरानी रख रही है और सार्वजनिक रूप से शांति भंग करने या फिर सड़क, रेल परिवहन को बाधित करने वालों को नहीं बख्श रही है।
विरोध का सीधा असर व्यापार पर भी देखने को मिल रहा है। दुकानदारों ने विरोध की वजह से अपनी दुकानें भी बंद रखीं।
विपक्षी नेता हुए एकजुट
यह विरोध तमिलनाडु के लिए जल की मांग करने और कर्नाटक में तमिलनाडु के लोगों को निशाना बनाने के लिए हो रहा है। इस बंद का तमिलनाडु के सत्तासीन दल अन्नाद्रमुक व उसके सहयोगियों ने समर्थ नहीं दिया है। इनके अलावा द्रमुक, तमिलनाडु कांग्रेस, डीएमडीके, वाम दल, एमडीएमके, पीएमके आदि सभी विपक्षी दल मुखकर होकर इस बंद का समर्थन कर रहे हैं।