CAA Protest: किसी को भी पश्चिम बंगाल और भारत छोड़ने की जरूरत नहीं: ममता बनर्जी
नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ लगातार लोगों का विरोध प्रदर्शन जारी है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी इस कानून के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। इस कानून के खिलाफ ममता बनर्जी ने खुला ऐलान करते हुए कहा कि किसी को भी पश्चिम बंगाल या देश छोड़ने की जरूरत नहीं है। यह आंदोलन जारी है और आगे भी सफलतापूर्वक जारी रहेगा। ममता बनर्जी ने तमाम लोगों से अपील की है कि उन्हें कतई डरने की जरूरत नहीं है। बता दें कि शुक्रवार को ममता बनर्जी ने नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर के विरोध में रैली निकाली थी।
ममता बनर्जी ने रैली के दौरान कहा कि सभी छात्र अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखें। लोकतांत्रिक तरीके से अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए ऐसे ही प्रदर्शन करें। उन्होंने मंगलोर हिंसा में मरने वाले दो लोगों के परिवारों को 5-5 लाख रुपये देने का ऐलान भी किया। ममता ने अपनी इस रैली में 'सीएए, एनआरसी वापस लो, वापस लो' के नारे भी लगवाए। ममता ने कहा कि कर्नाटक में प्रदर्शनों के दौरान मारे गए लोगों के परिवार से मिलने के लिए तृणमूल कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल भेजा जाएगा।
बता दें एक दिन पहले ही कर्नाटक के मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा ने मंगलोर हिंसा में मरने वाले लोगों को मुआवजा तब तक नहीं देने की बात कही, जब तक मामले की जांच खत्म ना हो जाए। ममता ने छात्रों द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन का पूरा समर्थन किया। उन्होंने छात्रों से कहा कि बिना डरे प्रदर्शन करते रहें। जब तक एनआरसी और सीएए को वापस नहीं ले लिया जाता, तब तक प्रदर्शन करते रहें। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा ने अपने वादों को पूरा नहीं किया है। उन्होंने येदियुरप्पा पर निशाना साधते हुए ये बात कही। दरअसल पहले तो येदियुरप्पा ने प्रदर्शनकारियों को मुआवजा देने का ऐलान किया था लेकिन जब मंगलोर पुलिस ने एक वीडियो जारी कर कहा कि ये प्रदर्शन योजनाबद्ध तरीके से हुए थे। तब येदियुरप्पा ने जांच से पहले मुआवजा देने से मना कर दिया।