Byju's Lay Off Plan के कारण बड़ी संख्या में बेरोजगार होंगे लोग, अगले छह महीने में छंटनी की तैयारी !
Byju's Lay Off Plan के कारण अगले छह महीनों में बड़ी संख्या में कर्मचारियों की छंटनी की प्लानिंग है। बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार होंगे। Byju's Lay Off Plan co-founder Divya Gokulnath 2500 Employees rationalization
Byju's Lay Off Plan की मदद से कंपनी को और लाभदायक स्थिति में पहुंचाने की तैयारियां की जा रही हैं। बायजू की प्रॉफिट को मद्देनजर रखते हुए कंपनी ने अगले छह महीनों में 2,500 कर्मचारियों की छंटनी करने का प्लान तैयार किया है। बायजू की सह-संस्थापक दिव्या गोकुलनाथ ने कहा कि कंपनी फालतू खर्चों (redundancy) से बचने की कोशिश कर रही है।
Byju's Lay Off Plan के संबंध में समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक बायजू की सह-संस्थापक दिव्या गोकुलनाथ ने बताया कि कंपनी नई साझेदारियों के जरिए विदेशों में ब्रांड जागरूकता बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करना शुरू करेगी और भारत और विदेशी कारोबार के लिए 10,000 शिक्षकों को नियुक्त करेगी।
Edtech दिग्गज Byju's ने अपनी मार्केटिंग और परिचालन पर मंथन शुरू किया है। मार्च 2023 तक कंपनी को लाभ अर्जित करने की स्थिति में लाने की योजना बनाई गई है। इससे अगले छह महीनों में 5 प्रतिशत कर्मचारियों यानी लगभग 2,500 कर्मचारियों की छंटनी होगी।
दिव्या गोकुलनाथ ने कहा, बायजू ने लाभ अर्जित करने के लिए एक रास्ता तैयार किया है। इस टारगेट को मार्च 2023 तक हासिल करने की योजना बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि Byju's ने पूरे भारत में महत्वपूर्ण ब्रांड जागरूकता पैदा की है। इससे मार्केटिंग बजट को अनुकूलित करने और खर्च की प्राथमिकता तय करने की गुंजाइश बनी है। बकौल दिव्या गोकुलनाथ, Byju's ने वैश्विक पहचान कायम की है। परिचालन लागत और कई व्यावसायिक इकाइयों का एकीकरण भी किया है।
उन्होंने कहा कि K10 की सहायक कंपनियों - मेरिटनेशन, ट्यूटरविस्टा, स्कॉलर और हैशलर्न - को अब भारत के कारोबार के तहत एक व्यावसायिक इकाई के रूप में समेकित किया जाएगा। आकाश और ग्रेट लर्निंग अलग-अलग संगठनों के रूप में काम करना जारी रखेंगे।
बायजू में छंटनी और भावी प्लानिंग पर गोकुलनाथ ने कहा, नई योजना हमें दक्षता बढ़ाने, फालतू के खर्चों (redundancies) से बचने में मदद करेगी। किसकी क्या भूमिका होगी, इस पर भी युक्तिसंगत तरीके (rationalisation) से विचार होगा। हमारा हाइब्रिड शिक्षण मॉडल ट्यूशन सेंटर है। ऑनलाइन शिक्षण मॉडल बायजू की क्लास या Byju's learning app बहुत अच्छे तरीके से बढ़ रहा है। गोकुलनाथ ने कहा, "विशेष रूप से हमारे पहले दो उत्पादों के लिए, हमने 10,000 शिक्षकों को नियुक्त करने की योजना बनाई है। हम जो कर रहे हैं उसके अनुसार बायजू का राजस्व ट्रैक पर होगा।"
उन्होंने कहा कि गैरजरूरी चीजों पर खर्च (redundancies) और भूमिकाओं के दोहराव से बचने के लिए प्रौद्योगिकी का बेहतर लाभ उठाने की योजना है। ऐसे में बायजू के कुल 50,000 कर्मचारियों में से लगभग पांच प्रतिशत यानी 2500 इम्प्लॉइज को उत्पाद, सामग्री, मीडिया और प्रौद्योगिकी टीमों में युक्तिसंगत तरीके से समायोजित करने की उम्मीद है। मीडिया में इसे Byju's Lay Off Plan कहा जा रहा है, यानी करीब 2500 कर्मचारी हटाए जा सकते हैं।
गोकुलनाथ ने कहा, "अगले छह महीनों में भारत में लगभग आधी नई भर्तियां होंगी। हम अंग्रेजी और स्पेनिश बोलने वाले बाजार में काम करेंगे। शिक्षक अमेरिका और भारत से होंगे। हम लैटिन अमेरिका में भी विस्तार करने की सोच रहे हैं।" उन्होंने कहा कि फीफा जैसे ब्रांड के साथ बायजू अपनी साझेदारी का लाभ उठाएगी। नई साझेदारी के साथ वैल्यू एडिशन पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
गौरतलब है कि 31 मार्च, 2021 को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में बायजू को ₹ 4,588 करोड़ का नुकसान हुआ। ये नुकसान पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 19 गुना अधिक है। बायजू भारत का सबसे मूल्यवान स्टार्टअप भी है। कंपनी ने बुधवार को महीनों की देरी के बाद ऑडिटेड वित्तीय विवरण सार्वजनिक किए। वित्त वर्ष 2019-20 में ₹ 231.69 करोड़ का घाटा हुआ था। 2020-21 में घाटा 4588 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। वित्त वर्ष 2020-21 (FY21) के दौरान राजस्व मात्र ₹ 2,428 करोड़ रहा। इससे पहले FY20 में बायजू का रेवेन्यू ₹ 2,511 करोड़ रहा था।
31 मार्च, 2022 को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष के संबंध में Byju's ने कहा कि राजस्व चार गुना बढ़कर ₹ 10,000 करोड़ हो गया है। हालांकि, बायजू ने इस वित्त वर्ष में लाभ या हानि का खुलासा नहीं किया है।