बजट सत्र: गुलाम नबी आजाद, दीपेंद्र हुड्डा ने किसान आंदोलन को लेकर दिया कार्यस्थगन का प्रस्ताव
गुलाम नबी आजाद ने किसान आंदोलन को लेकर दिया कार्यस्थगन का प्रस्ताव
नई दिल्ली। राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद समेत कई सांसदों ने नए कृषि कानूनों और किसान आंदोलन (Farmers Protest) के मुद्दे को लेकर राज्यसभा में नियम 267 के तहत कार्यस्थगन प्रस्ताव (Suspension of Business Notice) का नोटिस दिया है। आजाद के अलावा कांग्रेस के ही दीपेंद्र हुड्डा और सीपीआई के सांसद सांसद बिनॉय विश्वम ने भी राज्यसभा में कार्यस्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है और चर्चा की मांग की है।
संसद का बजट सत्र इस समय चल रहा है। 29 जनवरी से ये सत्र शुरू हुआ है। आज वित्तमंत्री ने बजट पेश किया है। माना जा रहा है कि किसान आंदोलन के मुद्दे पर आने वाले दिनों में संसद में काफी हंगामा देखने को मिल सकता है। विपक्षी नेताओं ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सर्वदलीय बैठक में भी किसान आंदोलन का मुद्दा उठाया था और इस मामले का तुरंत समाधान निकालने की अपील की थी। किसानों के मुद्दे को सदन के भीतर उठाने की बात कई विपक्षी दल कह चुके हैं।
केंद्र सरकार बीते साल जून में तीन नए कृषि कानून लेकर आई थी, जिनमें सरकारी मंडियों के बाहर खरीद, अनुबंध खेती को मंजूरी देने और कई अनाजों और दालों की भंडार सीमा खत्म करने जैसे प्रावधान किए गए हैं। इसको लेकर किसान जून के महीने से लगातार आंदोलनरत हैं और इन कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। किसानों का आंदोलन जून, 2020 से नवंबर तक मुख्य रूप से हरियाणा और पंजाब में चल रहा था। सरकार की ओर से प्रदर्शन पर ध्यान ना देने की बात कहते हुए 26 नवंबर को किसानों ने दिल्ली के लिए कूच कर दिया। इसके बाद 26 नवंबर, 2020 से देशभर के किसान दिल्ली और हरियाणा को जोड़ने वाले सिंधु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर गाजीपुर बॉर्डर और दिल्ली के दूसरे बॉर्डर पर धरना दे रहे हैं।
किसानों को कहना है कि ये कानून मंडी सिस्टम और पूरी खेती को प्राइवेट हाथों में सौंप देंगे, जिससे किसान को भारी नुकसान उठाना होगा। ऐसे में सरकार इनको रद्द करे। सरकार और किसान नेताओं के बीच 11 दौर की बातचीत हो चुकी है, जिससे कोई हल नहीं निकला है। सरकार कानूनों के अमल पर रोक के लिए तो तैयार है लेकिन कानूनों को रद्द करने को राजी नहीं नहीं है। वहीं किसानों की मांग है कि कानून रद्द कर दिए जाएं।
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