रोंहिग्या शरणार्थियों के अवैध प्रवेश पर BSF की पैनी नजर, बढ़ाई गई निगरानी
बीएसएफ के महानिरीक्षक (दक्षिण बंगाल) पीएसआर अंजनेयुलु ने बताया, 'पहले हमने 22 संवदेनशील स्थानों की पहचान की थी लेकिन अब यह संख्या बढ़कर 50 हो गई है
नई दिल्ली। बीएसएफ ने पश्चिम बंगाल से सटी भारत-बांग्लादेश सीमा पर देश में रोहिंग्या मुस्लिमों के अवैध प्रवेश को रोकने के लिए संवेदनशील जगहों पर निगरानी बढ़ा दी है। बीएसएफ अवैध तरीके से रह रहे रोहिंग्या शरणार्थियों की पहचान के लिए स्थानीय नागरिको की मदद भी ले रही है। बीएसएफ ने ऐसी 50 जगहों को चिह्नित किया है जहां से रोहिंग्या मुस्लिम भारत में घुसपैठ कर सकते हैं। इन जगहों पर चौकसी बढ़ा दी गई है। इसके अलावा असम में रोहिंग्या शरणार्थियों की घुसपैठ की आशंका के मद्देनजर हाई अलर्ट की स्थिति है।
बीएसएफ के महानिरीक्षक (दक्षिण बंगाल) पीएसआर अंजनेयुलु ने बताया, 'पहले हमने 22 संवदेनशील स्थानों की पहचान की थी लेकिन अब यह संख्या बढ़कर 50 हो गई है। ये स्थान संवेदनशील हैं, जहां से बांग्लादेशी और रोहिंग्या दोनों ही सीमा पार करके भारत में आ सकते हैं। संवेदनशील इलाकों में पेत्रापोल, जयंतीपुर, हरिदासपुर, गोपालपारा और तेतुलबेराई भी शामिल हैं।'
दक्षिणी बंगाल फ्रंटियर के बीएसएफ अधिकारियों के मुताबिक पिछले कुछ सालों में 175 रोहिंग्या मुसलमानों को पकड़ा गया था, जिनमें से सात को साल 2017 में पकड़ा गया है।
आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने पिछले 16 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दिया था और देश में अवैध रूप से रहने वाले रोहिंग्या मुसलमानों से देश को खतरा बताया था। 16 पन्ने के इस हलफनामे में केंद्र ने कहा था कि कुछ रोहिंग्या शरणार्थियों के पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों से संपर्क हैं। ऐसे में ये देश की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकते हैं और इन अवैध शरणार्थियों को भारत से जाना ही होगा।
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