चोटी कटने के नाम पर आर्मी को निशाना बनाया जा रहा है, बोले आर्मी चीफ
विपिन रावत ने कहा कि कि जम्मू-कश्मीर पुलिस अपना काम कर रही है, लेकिन इनके बहाने सेना और पुलिस को निशाना बनाया जा रहा है।
नई दिल्ली। कश्मीर में चोटी काटने की घटनाओं पर आर्मी चीफ विपिन रावत ने कहा है कि ऐसी घटनाओं के बहाने आर्मी और आम लोगों को टारगेट किया जा रहा है। ये तो देश के बाकी शहरों में भी हो चुका है। जो कुछ भी हो रहा है वह आतंकियों का फ्रस्ट्रेशन दिखाता है। कश्मीर में पुलिस अपना काम कर रही है, सिक्युरिटी हालात में सुधार हो रहा है।
विपिन रावत ने कहा कि कि जम्मू-कश्मीर पुलिस अपना काम कर रही है, लेकिन इनके बहाने सेना और पुलिस को निशाना बनाया जा रहा है। जनरल रावत ने शनिवार को यह भी कहा कि आर्मी एजुकेशन कॉर्प को बंद करने का निर्देश सरकार से मिला है। साथ ही उन्होंने बताया सीमा पार आतंकियों का कोई प्रशिक्षण शिविर बंद नहीं हुआ है।
चोटी कांड के खिलाफ अलगाववादियों द्वारा बुलाए गए हड़ताल के कारण शनिवार को कश्मीर में सामान्य जनजीवन प्रभावित है। हालांकि शहर के अनेक हिस्सों में अलगाववादियों के विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए अधिकारियों ने प्रतिबंध लगाया है।
अलगाववादी नेताओं सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज उमर फारूक और मोहम्मद यासीन मलिक के संयुक्त नेतृत्व में बुलाए गए हड़ताल के कारण स्कूलों, दुकानों और अन्य व्यापारिक संस्थानों को बंद रखा जाएगा। प्रतिबंध के आदेशों से सरकारी कार्यालयों और शिक्षा संस्थानों में उपस्थिति प्रभावित हुई है। अधिकारियों ने बताया, सड़कों पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट नहीं है लेकिन कुछ निजी वाहनों को शहर के सिविल लाइंस एरिया में देखा जा सकता है। आपको बता दें कि घाटी में पिछले 4 दिनों के अंदर चोटी काटने की कई अफवाह सामने आईं हैं।
एक दूसरे पर बरसते रहे पत्थर, लोग करते रहे घायल होने का इंतजार