लाइफ विथ वैल्यूज: बच्चों के चरित्र निर्माण के लिए एक जरूरी किताब
नई दिल्ली। आज समाज जबरदस्त बदलावों के दौर से गुजर रहा है। आज बच्चों के बीच प्रतिस्पर्धा पर इतना जोर दिया जा रहा है कि नैतिक मूल्यों को लेकर स्कूल तो छोड़िए घर पर भी बात होनी बंद हो गई है। इसका नतीजा ये निकल रहा है बच्चे छोटी-छोटी बातों पर आत्महत्या जैसा बड़ा कदम उठा ले रहे हैं तो कई किशोर अवस्था में ही गंभीर अपराध को अंजाम दे रहे हैं। छात्रों के बीच इसी नैतिक मूल्य की समस्या को दूर करने के लिए शिक्षाविद वीरेंद्र कपूर ने कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों के लिए 'लाइफ विथ वैल्यूज' नाम से किताब लिखी है। इस किताब का उद्देश्य बच्चों में नैतिक मूल्यों का निर्माण कर एक बेहतर नागरिक बनाना है।
बच्चों के चरित्र निर्माण में नैतिक मूल्य का अहम रोल होता है। आज बाजार में नैतिक शिक्षा की बहुत सारी किताबें हैं लेकिन ज्यादातर किताबों में बच्चों को उपदेश देते हुए एक तरह से अपने कर्तव्यों से इतिश्री कर ली गई है। लेकिन शिक्षाविद वीरेन्द्र कपूर ने अपनी किताब में इन सभी कमियों को दूर करते हुए आधुनिक तरीकों के साथ प्रभावी उदाहरणों के साथ बच्चों को नैतिक शिक्षा देने का प्रयास किया है।
वीरेन्द्र कपूर का मानना है कि स्कूल ही वो जगह है जहां नैतिक मूल्यों पर सबसे बेहतर तरीके से बात की जा सकती है। इसीलिए वीरेन्द्र कपूर ने बच्चो को ध्यान में रखते हुए ये किताब लिखी जो बच्चों मूल्य तक आधारित जीवन शैली जीने के लिए प्रेरित करे। कक्षा 1 से कक्षा 8 तक के बच्चों के लिए लिखी इस किताब में कुल 90 चैप्टर है जिनमें नैतिक मूल्यों, नेतृत्व, इमोशनल इंटेलीजेंस, जीवन शैली से जुड़े विकार और पर्सनालिटी डेवलपमेंट से जैसे विषयों को कवर किया गया है। साथ ही किताब में सोशल मीडिया के दुरुपयोग, इंटरनेट, मोबाइल फोन और इन्हें कैसे प्रभावी तरीके से संभाले? पर भी आठ चैप्टर में अच्छे से कवर किया गया है।
किसी भी किताब में अच्छे उदाहरण, तस्वीरें और ग्राफिक उसकी जान होती है। वीरेन्द्र कपूर कहते हैं, 'शब्दों से ज्यादा तस्वीर दिमाग में छाप छोड़ती है।' इसीलिए वीरेन्द्र कपूर ने किताब में शब्दों के साथ साथ तस्वीरों का भरपूर इस्तेमाल किया है। सिंबोसिस मैनेजमेंट स्कूल जैसे प्रतिष्ठित संस्थान के डायरेक्टर रह चुके वीरेन्द्र कपूर ने अपनी किताब में तस्वीरों के साथ इतने आसान शब्दों में नैतिक मूल्यों को बच्चों के सामने रखा है जिससे वे आसानी से इसे समझ कर अपने रोजाना के दिनचर्या में उतारे।
किताब में वीरेन्द्र कपूर ने शिक्षकों के लिए भी निर्देश लिखे हैं जो शिक्षकों को किताब में लिखे हर चैप्टर का उद्देश्य और दर्शन समझने में मदद करेगी साथ ही बच्चों को किस तरीके से पढ़ाया जिससे की वो प्रभावी तरीकों से मूल्यों को ग्रहण करें, समझने में मदद करेगी। कुल मिलाकर कहा जाए तो आज के युग के हिसाब से वीरेन्द्र कपूर की लिखी ये किताब 'लाइफ विथ वैल्यूज' एक जरूरी किताब है जिसे सभी स्कूलों को एडॉप्ट कर बच्चों को पढ़ानी चाहिए। वीरेन्द्र कपूर की इस किताब को एस चांद पब्लिकेशन ने प्रकाशित किया है।