बिहार: नीतीश कुमार को नहीं रास आ रहा बीजेपी का बदला-बदला सा अंदाज
नई दिल्ली। बिहार में यादव वोटों को रिझाने के लिए भाजपा के एक धड़े द्वारा की जारी ध्रुवीकरण की कोशिश उनके सहयोगी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को रास नहीं आ रही है। ये मामला बिहार के दरभंगा में हुई एक हत्या के बाद शुरू हुई जहां मौके पर पहुंचे भाजपा नेताओं ने ध्रुवीकरण की कोशिश की जिसपर नीतीश कुमार ने कड़ी नाराजगी जताई।
नीतीश कुमार ने दरभंगा में हुई हत्या के बारे में बोलते हुए कहा कि बिहार पुलिस ने अपनी जांच में पाया है कि इस हत्या के पीछे 'मोदी चौक' नाम के लगे बोर्ड का कोई रिश्ता नहीं है। बिहार के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता सुशील मोदी ने नीतीश कुमार के बयान से सहमति जताते हुए कहा, 'पुलिस जांच में ऐसी कोई बात सामने नहीं आई है। इसके बावजूद अगर कोई शख्स, चाहे वो किसी भी पार्टी का हो, अगर वहां जहां गलत बयानबाजी करता है तो वो गलत है।'
हालांकि सुशील मोदी के इस बयान उनकी ही पार्टी के प्रदेशअध्यक्ष, नित्यानंद राय सहमत नहीं है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने कहा कि दरभंगा में शख्स की हत्या मोदी चौक का बोर्ड लगाने की वजह से हुई है और बिहार पुलिस ने इस मामले में सुशील मोदी को गलत जानकारी दी है। केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद गिरिराज सिंह का भी कुछ ऐसा ही मानना है। गिरिराज सिंह का इन दिनों का एक वीडियो बी वायरल हो रहा है जिसमें वो दरभंगा में लोगों को पुलिस के खिलाफ उकसाते हुए दिख रहे हैं।
जदयू के पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेता इसके पीछे भाजपा के दो धड़ों में बंटने को बटा रहे हैं। जदयू के एक नेता ने बताया कि भाजपा इन दिनों एक दो धड़ा है। इनमें से एख धड़ा है ऐसे ही मामलों में ध्रुवीकरण करने की कोशिश कर यादव वोटरों को अपने पाले में खींचने की कोशिश कर रहा है जिससे की लालू यादव की पार्टी आरजेडी कमजोर हो जाए। वहीं दूसरी धड़े का कहना है कि यादव वोटरों को आरजेडी से नहीं छीना जा सकते हैं ऐसे में हमें नीतीश और रामविलास पासवान की पार्टियों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
जदयू नेता ने बताया कि भाजपा के बिहार अध्यक्ष नित्यानंद राय इस दूसरे धड़े का नेतृत्व कर रहे हैं। नित्यानंद राय ने हाल ही में अररिया में आरजेडी की जीत पर इसके आतंकी संगठन आईएसआईएस के गढ़ बनने का विवादित बयान दिया था। अभी उनके और गिरिराज सिंह के दरभंगा यात्रा को भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। भाजपा के इस धड़े के विवादित बयान और यादव वोटर में सेंधमारी की कोशिश ने नीतीश कुमार के साथ रामविलास पासवान की भी बेचैनी बढ़ा दी है।
रामविलास पासवान ने हाल ही में भाजपा को अल्पसंख्यकों के बारे में पर्सेप्शन बदलने की सलाह दी थी। पासवान के इस बयान के एक दिन बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनके समर्थन में सामने आए। नीतीश ने सोमवार को कहा कि रामविलास पासवान अगर कुछ बोल रहे हैं तो बिना सोचे समझे नहीं बोलेंगे। नीतीश ने पासवान की बात पर मुहर लगाते हुए कहा कि उनकी उनके साथ बातचीत हुई है। अल्पसंख्यक कल्याण के लिए जो काम हो रहा है इस पर भी चर्चा हुई है और उन्होंने सारे दस्तावेज भी दिए हैं।