हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मिलने जाते समय राहुल-प्रियंका का हंसते हुए वीडियो साझा कर भाजपा ने साधा निशाना
हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मिलने जाते समय राहुल-प्रियंका का हंसते हुए वीडियो साझा कर भाजपा ने साधा निशाना
नई दिल्ली। यूपी के हाथरस के एक गांव की दलित लड़की के साथ हुई घटना से पूरे देश में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। 14 सितंबर को इस लड़की के साथ दरिंदगी और 14 दिन बाद इलाज के दौरान उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया। जिसके बाद प्रदेश की योगी सरकार और यूपी पुलिस लगातार विपक्षी पार्टी के निशाने पर है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी शनिवार को आखिरकार दलित लड़की के परिवार से मिलने में कामयाब हो गए। प्रियंका गांधी और राहुल गांधी जब हाथरस की जा रहे थे तो पूरे रास्ते गाड़ी की स्टेयरिंग प्रियंका ने संभाली। वहीं भाजपा के हाथ एक वीडियो क्लिप लग गई है जिसको लेकर भाजपा कांग्रेस की जमकर खिंचाई कर रही है।
राहुल-प्रियंका का हंसते हुए वीडियो भाजपा ने किया शेयर
बता दें हाथरस में गैंगरेप पीडि़ता के परिवार से मिलते जाते समय पूरे रास्ते कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने गाड़ी चलाई और राहुल गांधी उनकी बगल की सीट पर बैठे थे। भाजपा ने इसी यात्रा का वीडियो क्लिप साक्षा कर कांग्रेस की खिंचाई की है, जिसमें राहुल और प्रियंका गांधी को हंसते हुए दिखाया गया, जबकि हाथरस में गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए जा रहे थे।
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#WATCH Delhi: Congress leader Priyanka Gandhi Vadra on her way to meet the family of the alleged gangrape victim in #Hathras (UP), with Congress leader Rahul Gandhi (Source-Congress) pic.twitter.com/TSy7gLaxPL
— ANI (@ANI) October 3, 2020
भाजपा ने कांग्रेस पर लगाया ये आरोप
भाजपा ने देश की सबसे पुरानी कांग्रेस पार्टी को "political vulturism" का आरोप लगाते हुए ये वीडियो क्लिप को लेकर निशाना साधा हैं। पीड़ित परिवार से मिलने के लिए जाते हुए राहुल और प्रियंका गांधी वाड्रा का ये वीडियो है इस वीडियो में प्रियंका गांधी ड्राइविंग करती नजर आ रही हैं जबकि राहुल गांधी उनकी बाईं ओर की फ्रंट सीट पर बैठे हैं और दोनों किसी बात पर हंसते हुए नजर आ रहे हैं। भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा राहुल-प्रियंका ने हाथरस के रास्ते पर हंसते हुए ये साबित कर दिया कि उन्हें परिवार के साथ कितनी सहानुभूति है।
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शनिवार को महज राहुल-प्रियंका समेत केवल 5 लोगों को हाथरस जाने की मिली अनुमति
बता दें ये वीडियो क्लिप और भाजपा का बयान यूपी प्रशासन द्वारा राहुल गांधी के नेतृत्व में सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के पांच सदस्यों को नोएडा से हाथरस जाने की अनुमति देने के बाद आया है। मालूम हो कि हाथरस के लिए राहुल और प्रियंका गांधी वाड्रा आज दोपहर कांग्रेस के 35 सांसद के साथ रवाना हुए, लेकिन DND फ्लाइओवर के पास कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोक लिया गया। इस बीच पुलिस ने सिर्फ 5 लोगों को हाथरस जानी की इजाजत दी गई, जबकि बाकि नेताओं और कार्यकर्ताओं को डीएनडी पर ही रोक लिया गया। प्रियंका गांधी और राहुल गांधी समेत 3 कांग्रेसी नेता हाथरस की ओर बढ़ रहे हैं।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर मोर्चा खोल रखा है
मालूम हो कि हाथरस के एक गांव में गैंगरेप की शिकार लड़की का दिल्ली के एक अस्पताल में मंगलवार को निधन के बाद दलित महिला के परिवार से मिलने के लिए पश्चिमी यूपी के हाथरस में कांग्रेस नेताओं का नेतृत्व किया जा रहा है। DND फ्लाईवे पर भारी सुरक्षा की मौजूदगी से आज दोपहर बड़े पैमाने पर ट्रैफिक जाम हुआ।हाथरस की घटना को लेकर यूपी सरकार के खिलाफ राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर मोर्चा खोल रखा है। गांव में भारी पुलिस बल की तैनाती से लेकर गांव की सीमा सील किए जाने, राहुल ने हर एक विषय पर ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी और सीएम योगी के नेतृत्व वाली यूपी सरकार को घेरा। वहीं, प्रियंका गांधी ने भी हाथरस की पीड़िता के लिए दिल्ली के वाल्मीकि मंदिर में आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत की थी।
'राजनीति के लिए हाथरस का दौरा गांधी नहीं'
इससे पहले आज केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी के हाथरस दौरे को आज का राजनीतिक हथकंडा करार दिया था जिसमें पीड़ित परिवार के लिए न्याय पाने की कोई मंशा नहीं थी। मीडिया से बात करते हुए ईरानी ने कहा, "लोग कांग्रेस की रणनीति के बारे में जानते हैं और यही कारण है कि उन्होंने 2019 के चुनावों में भाजपा के लिए ऐतिहासिक जीत सुनिश्चित की। लोग समझते हैं कि उनकी (राहुल और प्रियंका गांधी) हाथरस की यात्रा उनकी राजनीति के लिए है न कि पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए। "
कांग्रेस ने यूपी सरकार पर लगाया ये आरोप
वहीं शुक्रवार को राहुल गांधी ने हाथरस घटना की सच्चाई को छिपाने के लिए यूपी सरकार पर बर्बरता का आरोप लगाया है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि पीड़ित के परिवार के सदस्यों को पीटा जा रहा था। उन्होंने पीड़ित के गांव में एक छोटे बच्चे का एक वीडियो भी साझा किया जिसमें मीडिया को बताया गया कि महिला के परिवार के सदस्यों को अधिकारियों द्वारा पीटा गया और धमकी दी जा रही थी और किसी से भी मिलने नहीं दिया जा रहा था। 19 वर्षीय दलित महिला के साथ कथित तौर पर उच्च जाति के चार पुरुषों ने 14 सितंबर को बलात्कार किया था। उसकी हालत बिगड़ने के बाद, उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में रेफर किया गया था, जहां उसने 30 सितंबर को अंतिम सांस ली।