भाजपा सांसदों ने एक बार फिर उठाई 'पुरुष आयोग' की मांग, रैली को करेंगे संबोधित
भाजपा सांसद हरिनारायण राजभर ने एक बार फिर महिला आयोग की तर्ज पर पुरुष आयोग बनाने की मांग की है। राजभर ने मांग की है कि पत्नियों द्वारा प्रताड़ित पतियों को अपनी बात कहने का एक प्लैटफॉर्म मिलना चाहिए।
नई दिल्ली। भाजपा सांसद हरिनारायण राजभर ने एक बार फिर महिला आयोग की तर्ज पर पुरुष आयोग बनाने की मांग की है। राजभर ने मांग की है कि पत्नियों द्वारा प्रताड़ित पतियों को अपनी बात कहने का एक प्लैटफॉर्म मिलना चाहिए। ऐसे कई पुरुष हैं जो अपनी पत्नियों के हाथों प्रताड़ित होते हैं, लेकिन शिकायत के लिए उनके पास कोई प्लैटफॉर्म नहीं है। उनके साथ-साथ सांसद अंशुल वर्मा ने भी पुरुष आयोग बनाने की मांग की है। इस सिलसिले में दोनों 23 सितंबर को एक रैली भी संबोधित करने जा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के घोसी से सांसद हरिनारायण राजभर ने पुरुष आयोग बनाने की मांग एक बार फिर उठाई है। राजभर ने एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा कि राष्ट्रीय महिला आयोग की तर्ज पर एक पुरुष आयोग भी बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, 'पुरुषों को भी एक प्लैटफॉर्म दिया जाना चाहिए। आज के समय में हम कई ऐसी घटनाएं देखते हैं जहां पुरुष पत्नी की हाथों प्रताड़ित हो रहे हैं। उनके साथ न्याय नहीं हो रहा है।'
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हरिनारायण राजभर को हरदोई से भाजपा सांसद अंशुल वर्मा का साथ मिला है। दोनों ने इस मांग लेकर 23 सिंतबर को एक रैली का भी आयोजन किया है। राजभर और वर्मा इस मुद्दे को संसग में भी उठाने की तैयारी कर रहे हैं। राजभर तो इस मुद्दे को एक बार संसद में उठा भी चुके हैं। उन्होंने कुछ वक्त पहले लोकसभा में शून्यकाल के दौरान पुरुष आयोग के गठन की मांग की थी। हालांकि शून्यकाल के दौरान राजभर ने जैसी ही इस मांग को उठाया था, पूरा सदन हंस पड़ा था।
सदन में मौजूद पांच महिला सदस्य भी मुस्कुराती दिखी थीं। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने राजभर की मांग को लेकर कहा कि सभी को अपनी मांग रखने का अधिकार है, लेकिन यहां पुरुषों के लिए आयोग की जरूरत नहीं है।
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