भाजपा देगी नया नारा: 'वंशवाद मुक्त भारत'! कांग्रेस और भ्रष्टाचार मुक्त भारत के बाद तेलंगाना से तीसरा पैगाम
हैदराबाद, 1 जुलाई: भाजपा ने आने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनावों के लिए नए नारा गढ़ लिया है। उसे 'कांग्रेस मुक्त भारत' और 'भ्रष्टाचार मुक्त भारत' ने अनेकों चुनावों में काफी सफलता दिलाई है। जानकारी के मुताबिक शुक्रवार से हैदाराबाद में हो रहे बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से पार्टी का जो नया नारा सुनने को मिल सकता है, वह है- 'वंशवाद मुक्त भारत'। पार्टी को लगता है कि यह ऐसा नारा होगा, जिससे सारे राज्यों की लगभग सभी क्षेत्रीय पार्टियां भी लपेटे में आ जाएंगी और ऊपर से पहले वाले दोनों सफल नारों का भी इसमें भाव मौजूद रहेगा।
भाजपा देगी नया नारा: 'वंशवाद मुक्त भारत'!
भारतीय जनता पार्टी ने पिछला दोनों लोकसभा चुनाव 'कांग्रेस मुक्त भारत' और 'भ्रष्टाचार मुक्त भारत' के नारों से बड़ी कामयाबी हासिल की थी। शुक्रवार से तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में शुरू हो रहे इसके राष्ट्रीय कार्यकारिणी के लेकर सूत्रों का कहना है कि यहां से पार्टी 2024 के लोकसभा चुनावों और उससे पहले के विधानसभा चुनावों के मद्देनजर 'वंशवाद मुक्त भारत' का अभियान शुरू कर सकती है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक, '2024 के अभियान का नरेटिव होगा वंशवाद-मुक्त भारत, क्योंकि इसमें दक्षिणी राज्यों की पार्टियों के साथ ही सारे दल आ जाते हैं। वंशवाद की राजनीति को लोकतांत्रिक सिद्धांतों के खिलाफ सबसे बड़े खतरे के रूप में पेश किया जाएगा, जो कि आधिकारिक राजनीति का प्रतीक है; और भ्रष्टाचार के साथ ही कुशासन की मूल वजह हैं।'
नारे के जरिए क्षेत्रीय दलों पर भी होगा निशाना
पार्टी नेता ने इस बात की ओर इशारा किया कि 'वंशवाद-मुक्त भारत' अभियान में 'कांग्रेस मुक्त भारत' और 'भ्रष्टाचार मुक्त भारत' का सार भी शामिल हो जाएगा। सूत्रों की मानें तो पार्टी के इस नए नारे का टोन राष्ट्रीय कार्यकारिणी के दौरान ही नेताओं के बयानों और भाषणों के जरिए सेट हो जाएगा। पार्टी नेता का कहना है कि हैदराबाद में कार्यकारिणी का मकसद ही यही है कि अगले आम चुनाव में बीजेपी दक्षिण भारत पर भी फोकस करना चाहती है, जहां पार्टी को अपने विस्तार के लिए काफी कोशिशें करनी हैं और उसके सामने यहां इसके लिए काफी संभावनाएं भी मौजूद हैं।
पीएम मोदी ने हमेशा बनाया है 'वंशवाद की राजनीति' को निशाना
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने राजनीतिक भाषणों में 'वंशवाद की राजनीति' को हमेशा ही निशाना बनाया है। बीजेपी के 42वें स्थापना दिवस पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था, 'जहां बीजेपी राष्ट्र के लिए समर्पित थी, वहीं ऐसी पार्टियां हैं, जो 'परिवारों के प्रति समर्पित' थीं।' उन्होंने कहा था कि अभी भी देश में दो तरह की राजनीति चल रही है। उनके मुताबिक, 'एक परिवार के प्रति समर्पण की राजनीति है और दूसरा देशभक्ति के लिए प्रतिबद्ध है। ये लोग अलग-अलग राज्यों में हो सकते हैं, लेकिन एक-दूसरे के भ्रष्टाचार को ढकते हुए इनके वंशवाद की राजनीति के तार से जुड़े रहते हैं। राष्ट्रीय स्तर पर और कुछ राज्यों में, कुछ ऐसी भी राजनीतिक पार्टियां हैं, जो केवल अपने परिवारों के हित के लिए काम करती हैं।' उन्होंने कहा था कि ऐसी वंशवादी सरकारें लोकल बॉडी से लेकर संसद तक अपने परिवार के सदस्यों के माध्यम से नियंत्रण की कोशिश करती हैं। उन्होंने कहा था कि सिर्फ भाजपा ही इसे चुनौती देने की कोशिश कर रही है।
तेलंगाना पर भी है भाजपा का खास फोकस
उधर इसी नारे की लाइन पर तेलंगाना के तेजतर्रार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बंदी संजय कुमार ने भी कहा था कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी के लिए हैदराबाद को इसीलिए चुनाव गया है, क्योंकि, 'बीजेपी (प्रदेश की के चंद्रशेखर राव की अगुवाई वाली तेलंगाना राष्ट्र समिति की सरकार के) भ्रष्टाचार, कुशासन और उत्पीड़न की राजनीति का पर्दाफाश करना चाहती है।' गौरतलब है कि 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले तेलंगाना समेत, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़,त्रिपुरा, मेघालय, नागालैंड, कर्नाटक और मिजोरम में भी विधानसभा चुनाव होने हैं।
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अंतिम दिन पीएम मोदी करेंगे सिकंदराबाद में जनसभा
भारतीय जनता पार्टी के इस तीन दिवसीय सम्मेलन में शुक्रवार की शाम में महासचिवों के अलावा शनिवार सुबह पार्टी पदाधिकारियों की बैठक होगी। इसके अलावा दो दिनों तक पार्टी के राजनीतिक,आर्थिक और विदेश के एजेंडे पर चर्चाएं होंगी। पार्टी के इस सम्मेलन का समापन सिकंदराबाद के परेड ग्राउंड में जमसभा के साथ खत्म होगा। इस सभा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबोधित करेंगे। (पहली और तीसरी तस्वीर फाइल, बाकी सौजन्य:@BJP4Telangana )