पाक नागरिकों का भाजपा नेताओं ने फूल देकर किया स्वागत
नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ एक तरफ जहां देश के अलग-अलग हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हो रहा है तो दूसरी तरफ भाजपा नेता पाकिस्तान से भारत आए लोगों का फूल देकर स्वागत कर रही है। गुरुवार को भाजपा की ओर से एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसमे सोढ़ा समुदाय के लोग जो पाकिस्तान से भारत आए हैं और राजकोट में लॉन्ग टर्म वीजा पर रह रहे हैं उनका फूल देकर स्वागत किया गया। पार्टी की ओर से गोंडल रोड स्थित स्वामिनारायणन गुरुकुल में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जहां पर पाकिस्तान से आए लोगों का स्वागत किया गया। इस दौरान इन लोगों के गले में भाजपा का स्कार्फ देखा गया, जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया है।
लोगों का हुआ स्वागत
गुजरात के भाजपा के प्रवक्ता भरत पांड्या ने, राजकोट से भाजपा सांसद मोहन कुंडरिया, राजकोट भाजपा के अध्यक्ष देवराज सखिया और पूर्व मंत्री जसूबेन कोराट के अलावा तमाम भाजपा के स्थानीय विधायक, स्थानीय नेता, पार्टी के प्रतिनिधि इस कार्यक्रम में मौजूद थे। इन लोगों ने तमाम पाकिस्तान से आए लोगों का फूल देकर स्वागत किया। राजकोट भाजपा के महासचिव भरत बोघरा ने बताया कि सोढ़ा समुदाय के दो परिवार जोकि गोंडल और जेतपुर से आए हैं उनका इस कार्यक्रम में स्वागत किया गया। इन लोगों का स्वागत पुष्पगुच्छ और पुष्प देकर किया गया।
परिवार के कई लोग अब भी पाकिस्तान के नागरिक
इस कार्यक्रम की कुछ तस्वीरें भी सामने आई हैं जिसमे देखा जा सकता है कि पांड्या भम्मार सिंह सोढ़ा को पुष्प दे रहे हैं। यही नहीं उनके बेटे महेंद्र सिंह को भी देखा जा सकता है। इन लोगों ने भाजपा का स्कार्फ अपने गले में डाल रखा है। महेंद्र सिंह पाकिस्तान के सिंध प्रांत के पबुहार के रहने वाले हैं और 12 वर्ष पहले वह भारत आए थे। बता दें कि उनके परिवार के कुछ लोग अभी भी पाकिस्तानी नागरिक हैं जबकि महेंद्रसिंह को भारत की नागरिकता मिल चुकी है। भम्मारसिंह भारत में लॉन्ग टर्म वीजा पर रह रहे हैं।
भाजपा के स्कार्फ पर उठा विवाद
भानू मीता जोकि राजकोट जिला भाजपा इकाई के महासचिव हैं उनका कहना है कि यहां किसी को भाजपा का स्कार्फ नहीं दिया गया था। हमने उन लोगों को पुष्प दिए और उनका भारत में स्वागत किया। हमने उन्हें बताया कि सीएए इन लोगों के लिए लाया गया है ताकि ये लोग भारत की नागरिकता पा सके। इन लोगों का भाजपा का स्कार्फ नहीं दिया गया था। उनका कहना है कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों के भीतर जागरूकता पैदा करना है, लोगों के अंदर इस कानून को लेकर काफी भ्रम है।