जब जोशी को लगा डर तो पहुंच गए संघ प्रमुख के घर
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वरिष्ठ भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी ने बुधवार को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की। माना जा रहा है कि जोशी ने पार्टी में अपने जैसे साइड लाइन नेताओं की नई सरकार में सम्मानजनक स्थिति पर चर्चा की।
सूत्रों का कहना है कि मुलाकात के दौरान जोशी ने भागवत से केंद्र में बनने वाली संभावित एनडीए सरकार में वरिष्ठ पार्टी नेताओं को उनके कद के हिसाब से सम्मान और पद दिया जाना सुनिश्चित करने की मांग की।
एनडीए शासन में मानव संसाधन विकास मंत्री रहे जोशी हाल ही में मोदी की लहर को नकारने को लेकर चर्चा में रहे। भाजपा के पीएम उम्मीदवार मोदी की वजह से जोशी को उत्तर प्रदेश की वाराणसी सीट छोड़कर कानपुर से चुनाव लड़ने पर मजबूर होना पड़ा था।
नाराजगी की भी है 'लहर' -
जोशी के अलावा पार्टी में लालकृष्ण आडवाणी, सुषमा स्वराज भी खुद को साइड लाइन किए जाने से नाराज बताए जाते हैं। पार्टी में अपनी अनदेखी से दुखी होकर वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह पार्टी ही छोड़ कर जा चुके हैं। सिंह ने राजस्थान की बाड़मेर लोकसभा सीट से टिकट मांगा था लेकिन पार्टी ने टिकट देने से इनकार कर दिया। इससे दुखी होकर जसवंत ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा।
जसवंत सिंह और अाडवाणी जैसा हाल न हो कहीं -
इसी तरह आडवाणी भी गुजरात की अपनी परंपरागत गांधीनगर सीट की बजाय मध्य प्रदेश के भोपाल से चुनाव लड़ना चाहते थे। उनकी भी यह इच्छा पूरी नहीं हो सकी। भाजपा मैनिफेस्टो कमेटी के प्रमुख जोशी ने वरिष्ठ संघ नेताओं की मौजूदगी में भागवत से मुलाकात की। विरोधियों से भले ही पार्टी नेता मोदी लहर कहकर जीत का झंडा फहराने की हामी भर रहे हों, पर भीतरखाने पार्टी के आला नेताओं की असंतुष्िट ने भाजपा में नया राग छेड़ दिया है।