बीजेपी नेता ने कहा, 'हम पश्चिम बंगाल को गुजरात में बदल देंगे', टीएमसी ने किया करारा प्रहार
नई दिल्ली। बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष द्वारा पश्चिम बंगाल को गुजरात में बदलने वाले बयान से प्रदेश में एक नए राजनीतिक बयानबाजी को हवा दे दी है। घोष ने सोमवार को दिए एक बयान में कहा कि अगर उनकी पार्टी पश्चिम बंगाल में सत्ता में आती है, तो वह बंगाल को गुजरात में बदलने का प्रयास करेगी। बीजेपी नेता के इस बयान पर टीएमसी की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है, जिसमें कहा गया है कि घोष को बंगाल छोड़कर गुजरात में बस जाना चाहिए। घोष ने उक्त बयान 24 परगना जिले में बारासात में स्थानीय लोगों के साथ बातचीत में दिया था।
लगातार
15
वर्षों
तक
बिहार
के
डिप्टी
CM
रहे
सुशील
मोदी
का
क्या
होगा
राजनीतिक
भविष्य?
हम बंगाल को गुजरात में बदल देंगे ताकि हमारे बच्चों को यहां नौकरी मिले
बकौल दिलीप घोष, बमन बोस, बुद्धबाबू ने सुनिश्चित किया है कि पश्चिम बंगाल के नागिरक डॉक्टर, इंजीनियर नहीं, बल्कि प्रवासी मजदूर बनें, जो गुजरात में नौकरी के लिए जाते हैं। इसलिए हम बंगाल को गुजरात में बदलना चाहते हैं। ममता दीदी अक्सर बंगाल को गुजरात में बदलने की कोशिश का आरोप लगाती हैं। हां, यह बिल्कुल सही है कि हम बंगाल को गुजरात में बदल देंगे ताकि हमारे बच्चों को यहां नौकरी मिले, उन्हें रोजगार के लिए गुजरात नहीं जाना पड़े।
टीएमसी ने तीन दशक लंबे वाममोर्च की सरकार को उखाड़ फेंका था
गौरतलब है बिमन बोस भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी (CPI-M) के पोलित ब्यूरो के सदस्य हैं और पश्चिम बंगाल में वाम मोर्चे के अध्यक्ष हैं, जबकि बुद्धदेव भट्टाचार्य 2000 से 2011 तक बंगाल के मुख्यमंत्री थे। यही वह समय था जब प्रदेश की मौजूदा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तीन दशक लंबे वाममोर्च की सरकार को पश्चिम बंगला से उखाड़ फेंकते हुए राज्य में सत्ता हासिल की थी।
बीजेपी नेता दिलीप घोष को बंगाल छोड़ कर गुजरात में बसना चाहिएःTMC
तृणमूल कांग्रेस के नेता और बंगाल के मंत्री फिरहाद हकीम ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि घोष को बंगाल छोड़ कर गुजरात में बसना चाहिए। उन्होंने बीजेपी नेता के बयानों पर निशाना बनाते हुए कहा कि गुजरात दंगों में लगभग 2,000 लोग मारे गए थे, जहां इशरत जहां जैसे कई मुठभेड़ों में मारे गए हैं। अगर बंगाल गुजरात में बदल जाते हैं, तो लोगों को मुठभेड़ों में मरने का डर होगा, इसलिए हम बंगाल को गुजरात में बदलना नहीं चाहते हैं। यह बंगाल रवींद्र टैगोर जैसे कई प्रसिद्ध लोगों की धरती है। यहां के लोगों को तय करने की आवश्यकता है कि उसे बंगाल की सांस्कृतिक विरासत को बरकरार रखनी है या गुजरात जैसी दंगा राजनीति को बंगाल में लाना है।
बीजेपी के शासन में गुजरात में अदानी और अंबानी को फ्री हैंड दिया गया
बंगाल के मंत्री आगे कहा कि बीजेपी के शासन काल में गुजरात में अदानी और अंबानी को फ्री हैंड दिया गया है, जबकि अन्य लोगों को अपनी दुकान बंद करनी पड़ी है। यहां तक कि गुजरात में टाटा मोटर्स की नैनो कारखाने भी बंद हो गए हैं। उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक विभाजन कभी भी अर्थव्यवस्था को फलने-फूलने में मदद नहीं कर सकता। देश की अर्थव्यवस्था इतनी बुरी तरह से दुर्घटनाग्रस्त हो गई है कि हम जीडीपी में बांग्लादेश से भी पिछड़ रहे हैं। यह शर्मनाक स्थिति है। दिलीप घोष चाहें तो गुजरात के लिए रवाना हो सकते हैं, लेकिन हम यहीं खुश हैं।
2021 पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी है बीजेपी
उल्लेखनीय है 2021 में आयोजित होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी बीजेपी आलाकमान पहली जीत के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है और इसी क्रम में हाल में केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने बंगाल में दो दिवसीय दौरा किया था। लोकसभा चुनाव 2019 में बंगाल में सत्तासीन टीएमसी को कड़ी टक्कर देते हुए बीजेपी ने कुल 18 सीटों जीत हासिल की थी, जिसके बाद से बीजेपी विधानसभा चुनाव के लिए कमर कस ली है और प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनाने के लिए कमरतोड़ मेहनत कर रही है।