गैर भाजपा शासित राज्यों में महिलाओं के खिलाफ अपराध बहुत ज्यादा, सुनवाई भी नहीं: जेपी नड्डा
गैर भाजपा शासित राज्यों में महिलाओं के खिलाफ अपराध बहुत ज्यादा, सुनवाई भी नहीं: जेपी नड्डा
नई दिल्ली, 27 सितंबर: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा है कि भाजपा शासित राज्यों में महिलाओं के खिलाफ अपराध कम हैं। वहीं जिन राज्यों में भाजपा की सरकार नहीं है वहां महिलाएं असुरक्षित हैं। सोमवार को भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में जेपी नड्डा ने ये कहा है। नड्डा ने कहा, भाजपा सरकारें जाति और राजनीतिक जुड़ाव के आधार पर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती हैं, यहां कानून अपना काम करता है। इसलिए हमारी सरकारों में अपराधियों के लिए न्याय से बचना असंभव है। वहीं अन्य दलों के शासन वाले राज्यों में कार्रवाई तो दूर, मामले दर्ज कराना भी मुश्किल है। महिलाओं के खिलाफ अपराध में राजस्थान, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल की सरकारों का रवैया इसका गवाह है।
जेपी नड्डा ने अपने संबोधन में कहा कि मारी संस्कृति में मातृशक्ति का सम्मान आदिकाल से ही है। मातृ-शक्ति को संपूर्ण सृष्टि का आधार और आत्मा कहा गया है। महिलाओं का समाज में उत्थान और उनकी विद्वता हमारे इतिहास को गौरवान्वित बनाती है। आज भारतीय महिलाएं हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही है। टोक्यो ओलंपिक में बेटियों ने दिखा दिया कि वह किसी से कम नहीं हैं। भारत की पहली महिला डॉ आनंदी गोपाल ने अपने कृतिव्य से दिखाया कि बेटियां चाहें तो कुछ भी असंभव नहीं है।
हमारी सरकार ने किए रिकॉर्ड काम
जेपी नड्डा ने महिलाओं के लिए मौजूदा केंद्र सरकार के काम गिनाते हुए कहा, मोदी सरकार में रक्षा, विदेश, वित्त एवं शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण विभाग महिला मंत्रियों को दिए गए। भारतीय वायु सेना ने कॉम्बैट भूमिकाओं में महिलाओं के लिए अपने दरवाजे खोले। सरकार ने CRPF और CISF में कांस्टेबल पदों पर महिलाओं के लिए 33% आरक्षण की घोषणा की। महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े मामलों को देखने के लिए पहली बार केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत एक नया डिवीजन बनाया गया है। देश के हर पुलिस स्टेशन में महिला सहायता डेस्क बनाने का निर्णय लिया गया। हम 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान को कभी नहीं भूल सकते हैं। इस एक अभियान ने न केवल लोगों में बेटियों की सुरक्षा और बेटियों को पढ़ाने की भावना जागृत की बल्कि इससे भ्रूण हत्या में भारी कमी आई है, लिंगानुपात बेहतर हुआ है। जब लाल किले की प्राचीर से हमारे प्रधानमंत्री बेटियों के हक में आवाज बुलंद करते हुए माता-पिता से कहते हैं कि 'बेटियों को तो सब पूछते हैं, कभी बेटों से तो पूछो, कहां गए थे?' तब पता चलता है कि हमारे प्रधानमंत्री कितने संवेदनशील हैं और हमारी सरकार की क्या सोच है।
नड्डा ने कहा, मोदी सरकार ने हर कदम पर महिलाओं के कल्याण के लिए कार्य किया है। मातृ वंदन कार्यक्रम, परिवार विकास मिशन, 6 माह का गर्भावस्था अवकाश और फ्री एम्बुलेंस तथा फ्री डिलीवरी की सुविधा के साथ-साथ 6,000 रुपये की आर्थिक सहायता, इन सबका अच्छा परिणाम स्वास्थ्य क्षेत्र में पड़ा है।
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