राजस्थान, एमपी और छत्तीसगढ़ में विपक्ष के नेता के चयन को लेकर भाजपा में मंथन शुरू
नई दिल्ली। राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव में हार के बाद भारतीय जनता पार्टी अब विपक्ष की भूमिका में दिखाई देगी। इन तीनों ही राज्यों में विपक्ष के नेता के चयन के लिए पार्टी की ओर से पर्यवेक्षकों का ऐलान कर दिया गया है। तीनों ही राज्यों में पार्टी की ओर से नियुक्त पर्यवेक्षक प्रदेश के विधायकों के साथ बैठक करेंगे, जिसके बाद विपक्ष के नेता का चयन किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने इस बात की जाानकारी देते हुए कहा कि तीनों ही राज्यों में प्रदेश का नेतृत्व विपक्ष के नेता का चयन करेगा।
जेपी नड्डा ने बताया कि थावर चंद गहलोत और अनिल जैन को छत्तीसगढ़ की जिम्मेदारी दी गई है, राजनाथ सिंह और विनय सहस्रबुद्धे को मध्य प्रदेश की जिम्मेदारी दी गई है, जबकि अरुण जेटली और अविनाश राजय खन्ना को राजस्थान की जिम्मेदारी दी गई है। इन तीनों राज्यों में पार्टी की ओर से नियुक्त पर्यवेक्षक प्रदेश के चुने हुए विधायकों के साथ बैठक करेंगे, जिसके बाद प्रदेस में विपक्ष के नेता का चयन किया जाएगा। हालांकि तीनों ही राज्यों में अभी विधायकों के साथ बैठक का समय अभी तक नहीं किया गया है।
जेपी नड्डा ने ब ताया कि तीनों राज्यों में विधायकों के साथ बैठक की तारीख का जल्द ही फैसला लिया जाएगा। यह बैठक कब की जानी है इसका फैसला प्रदेश यूनिट के साथ बातचीत के बाद तय होगा। जिसके बाद तमाम नेताओं के बीच आपसी सहमति से विपक्ष के नेता का चयन किया जाएगा।
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