तेजस्वी यादव बोले- जनादेश महागठबंधन के पक्ष में, हमें हारे नहीं, चुनाव आयोग ने हराया है
जनादेश हमारे पक्ष में, हमें तो चुनाव आयोग ने हराया
नई दिल्ली। बिहार में हुए विधानसभा चुनावों के नतीजों के बाद आज राजद विधायक दल की बैठक में तेजस्वी यादव को विधायक दल का नेता चुना गया है। तेजस्वी यादव की मां और पूर्व सीएम राबड़ी देवी के आवास पर राजद नेताओं की बैठक में ये एकमत से ये निर्णय हुआ। विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि जनता ने बदलाव के लिए वोट दिया है, राजद और महागठबंधन को वोट दिया है लेकिन चुनाव आयोग ने हमें हराया है। तेजस्वी ने कहा कि अगर नीतीश कुमार में थोड़ी भी अंतरात्मा और नैतिकता बची है तो जोड़-तोड़, गुणा-भाग करके सीएम की कुर्सी पर बैठने की कोशिश उन्हें नहीं करनी चाहिए और मुख्यमंत्री की कुर्सी से उतर जाना चाहिए।
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जनता ने अपना, चुनाव आयोग ने अपना नतीजा सुनाया: तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार का फैसला हमारे पक्ष में है। तेजस्वी ने कहा, मैं नतमस्तक होकर बिहार की जनता को धन्यवाद देना चाहता हूं। जनता ने अपना फैसला सुनाया और चुनाव आयोग ने अपना नतीजा सुनाया। जनता का फैसला महागठबंधन के पक्ष में है लेकिन चुनाव आयोग का नतीजा एनडीए के पक्ष में है। तमाम कोशिशें हुईं लेकिन आरजेडी को सबसे बड़ी पार्टी बनी है। कुछ लोग कुर्सी पर बैठे हैं लेकिन हम लोगों की लोगों के दिलों में बैठे हैं। तेजस्वी ने ये भी कहा कि 2015 में भी लोगों ने हमारे पक्ष में वोट दिया था लेकिन तब भी जनादेश का अपमान हुआ था और एक बार फिर ऐसा हो रहा है।
चुनाव आयोग पर राजद के आरोप
राष्ट्रीय जनता दल लगातार चुनाव आयोग पर पक्षपात करने के आरोप लगा रहा है। वहीं राजद विधायकों को अभी भी सरकार बनने की उम्मीद है। राजद विधायक दल की बैठक में राजद के जीते हुए विधायक पहुंचे। विधायक ललित यादव ने यहां कहा कि चुनाव से पूर्व जो हमारे सहयोगी दल के लोग हमसे अलग होकर चले गए थे, अगर वो वापस हमलोगों के साथ आते हैं। कई दूसरे विधायकों ने भी कहा कि उन्होंने सरकार बनने की उम्मीद नहीं छोड़ी है।
एनडीए को मिला है बहुमत
बिहार विधानसभा चुनाव में नतीजे 10 नवंबर को आए हैं। नतीजों में एनडीए के दल भाजपा को 74, जनता दल यू को 43, वीआईपी को चार, हम को चार सीटों पर जीत मिली है। एनडीए की कुल 125 सीटों पर जीत हुई। महागठबंघधन ने 110 सीटें जीती हैं। राष्ट्रीय जनता दल को 75 सीटों पर जीत मिली है। राजद की सहयोगी कांग्रेस ने 19 सीटें जीती हैं। वामदलों ने भी कांग्रेस और राजद के साथ चुनाव लड़ा है। भाकपा माले को 12 सीटों पर जीत मिली है। सीपीआई और सीपीएम दो-दो सीटें जीतने में कामयाब रही हैं।