विरोधियों को पीएम मोदी का सीधा जवाब- CAA पर कायम थे, हैं और रहेंगे, नहीं बदलेंगे
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नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देश के अलग-अलग हिस्सों में विरोध प्रदर्शन चल रहा है। लेकिन इन तमाम विरोध प्रदर्शन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर से इस कानून को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हम तमाम दबाव के बावजूद भी इस नागरिकता संशोधन कानून पर कायम थे और आगे भी इसपर कायम रहेंगे। पीएम ने कहा कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाना हो या फिर CAA, वर्षों से देश को इन फैसले का इंतजार था पीएम ने कहा कि दुनिया भर के दबाव के बावजूद सरकार CAA पर कायम है। पीएम ने कहा कि महादेव के आशीर्वाद से आज देशव वो फैसले ले रहा है जिन्हें पहले पीछे छोड़ दिया गया था। फिर वह जम्मू कश्मीर का आर्टिकल 370 को खत्म करना हो या नागरिकता संशोधन एक्ट। देश के हित में यह फैसले जरूरी थे। हम तमाम दबाव के बावजूद अपने फैसलों पर कायम हैं और आगे भी इनपर कायम रहेंगे।
पीएम ने शुरू की कई योजनाएं
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर हैं, प्रधानमंत्री अपने इस दौरे में कई कार्यक्रमों में शामिल होने वाले हैं, पीएम मोदी ने आज आईआरसीटीसी की महाकाल एक्सप्रेस को Video लिंक के जरिए हरी झंडी दिखाई, यह पहली रात भर के सफर वाली प्राइवेट ट्रेन 3 धार्मिक नगरों वाराणसी, उज्जैन और ओमकारेश्वर को जोड़ेगी तो वहीं उन्होंने आज वाराणसी में पीएम मोदी ने आज 1254 करोड़ की योजनाओं का उद्घाटन किया। आज का दिन करोड़ों लोगों का सपना साकार होने जैसा है जो लोग पंडित दीनदयाल जी को अनुसरण करते आए हैं।
शाह से मिल सकती हैं शाहीन बाग की महिलाएं
नागरिकता संशोधन कानून, एनपीआर और एनआरसी के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग में मुस्लिम महिलाएं 15 दिसंबर से धरने पर बैठी हैं। इन महिलाओं की मांग है कि मोदी सरकार नागरिकता संशोधन कानून को वापस ले और आश्वासन दे कि एनआरसी कभी नहीं आएगा। प्रदर्शनकारी महिलाएं पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से शाहीन बाग आने की और उनसे बात करने की अपील कर चुकी हैं। शाहीन बाग की प्रदर्शनकारी महिलाओं ने कहा कि उनका कोई प्रतिनिधिमंडल नहीं है और जिसे भी सीएए से दिक्कत है, वह रविवार को गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करने जाएगा।
शाह ने ही थी ये बात
हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान अमित शाह ने कहा था कि सरकार नागरिकता संशोधन कानून पर किसी से भी चर्चा के लिए तैयार है। शाह ने कहा था, 'मैं किसी को तीन दिन के भीतर समय दूंगा जो मेरे साथ नागरिकता संशोधन अधिनियम से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करना चाहता है। हकीकत यह है कि लोग मिलना नहीं चाहते हैं। सिर्फ सियासत हो रही है और बिना किसी आधार के प्रदर्शन किए जा रहे हैं।'
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