भारत बंद: कृषि विधेयकों के खिलाफ सड़कों पर किसान
भारत बंद आज, कृषि विधेयकों के खिलाफ सड़कों पर किसान
नई दिल्ली। हाल ही में संसद में पास किए खेती से जुड़े बिलों के खिलाफ किसानों ने आज भारत बंद का आह्वान किया है। किसान सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक चक्का जाम करेंगे। किसान संगठनों ने दुकानदारों से अपील की है कि भारत बंद पर वे अपनी दुकानें बंद रखें और किसानों का समर्थन करें। पंजाब और हरियाणा में इन बिलों का सबसे ज्यादा विरोध है। हालांकि देशभर में ही किसानों ने कड़ा विरोध करने की बात कही है। किसानों से जुड़े सगंठनों के अलावा कई मजदूर संगठनों और विपक्षी दलों ने भी बंद को समर्थन दिया है। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने किसानों को पूर्ण समर्थन की बात कही है।
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पंजाब में गुरुवार से किसानों ने तीन दिन तक रेल यातायात ठप करने का अभियान शुरू कर दिया है। किसान कई जगह रेल लाइनों पर बैठ गए हैं। पंजाब के किसानों ने यह भी कहा है कि सरकार अगर उनकी बात नहीं मानती है तो 1 अक्टूबर से अनिश्चितकाल के लिए रेल यातायात ठप किया जाएगा। इसको देखते हुए पंजाब जाने वाली एवं वहां से होकर गुजरने वाली कई ट्रेनों को रद्द किया गया है। इसके अलावा कई ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन किया गया है।
किसानों का ये विरोध- कृषक उपज व्यापार एवं वाणिज्य (संवर्धन एवं सुविधा) विधेयक 2020, कृषक (सशक्तीकरण व संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा पर करार विधेयक 2020 और आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक-2020 को लेकर है। जून में इनको लेकर अध्यादेश लाया गया था, तभी से किसान इनके खिलाफ सड़कों पर हैं।
किसानों का कहना है कि जो नए बदलाव कानून में किए गए हैं। उससे उनकी फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य और सरकारी खरीद की परंपरा खत्म हो जाएगी और वो कारोबारियों के बंधुआ बनकर रह जाएंगे। इसके अलावा कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग को लेकर किसानों का कहना है कि इसमें पूंजीपति के हक में सरकार ने कानून बनाया है। वहीं कई फसलों को आश्वयक वस्तुओं से निकालने को लेकर भी किसानों का विरोध है। उनका कहना है कि भंडारण करना किसान के बस की बात नहीं है, इससे बड़े व्यापारी फायदा उठाएंगे।
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