मैंगी से पहले इन पर भी लगा था बैन, लेकिन अब धड़ल्ले से हो रही है SALE
नयी दिल्ली। 2 मिनट में तैयार होने वाले जिस मैगी पर आज पूरे भारत में बैन लग रहा है वो पहला कोई फूड प्रोडक्ट नहीं है जिसे लेकर विवाद हुआ है। पहली बार नहीं है जब ये फूड प्रोडक्ट अपने मानक स्तर से नीचे रहे हो।
इससे पहले भी की ऐसे खाद्य प्रदार्थ है जिनपर विवाद हो चुका है, जिनकी क्वालिटी को लेकर प्रश्न चिह्न खड़े किए जा चुके हैं। इनपर बैन भी लगा, लेकिन आज से प्रोटक्ट धड़ल्ले से बाजारों में बिक रहे हैं। तस्वीरों में देखिए वो प्रोडक्ट जो अपनी घटिया क्वालिटी की वजह से रहे विवादों में...
2 मिनट की मैगी पर बैन ने इनकी लाइफ पर डाला बैड इफेक्ट
मैगी नूडल्स
नेस्ले की उत्पाद मैगी नूडल्स में 'लैड' जैसे जहरीले रासानयिक पदार्थ की मात्रा अधिक पाए जाने के बाद इस पर बैन लगा दिया गया है। कंपनी का यह ब्रैंड पूरे देश में विवादों हैं और यह विवाद लगातार इतना बढ़ता जा रहा है कि इसका प्रचार करने वाली नामी-गिरामी हस्तियों को नोटिस थमा दिया गया है।
चॉकलेट में मिला कीड़ा
चॉकलेट बनाने वाली लोकप्रिय कंपनी कैडबरी भी विवादों में रही। साल 2003 में कैडबरी में कीड़े निकलने ये विवादों में घिर गया। इस विवाद से कंपनी को खासा नुकसान पहुंचा था।
कीड़नाशक की मात्रा तय से अधिक
कोल्ड ड्रिग्स बनाने वाली कंपनी पेप्सीको की प्रोडक्ट पेप्सी भी हानिकारक कीटनाशकों की मात्रा ज्यादा पाई जाने पर का आरोप लगा था। कई राज्यों में प्रतिबंध का सामना करना पड़ा।
सैंडविच में मिला कीड़ा
अमेरिकी रेस्टारेंट कंपनी सबवे के चिकन सेंडविच में कीड़ा मिलने का मामला मीडिया में खूब उछला था। 2011 मुंबई के चेंबुर में सबवे के चिकन टिक्का में कीड़े निकलने के बाद कंपनी को विवादों का सामना करना पड़ा था।
पुराने चिकन के इस्तेमाल पर लगा बैन
मैकडोनल्ड और केएफ़सी पर पुराने मांस को प्रोसस कर सप्लाई करने का आरोप लगा था। कंपनी पर आरोप लगा कि वह मीट में एंटीबायोटिक डालती है।
तय मानक पर खड़ी नहीं
सरसो तेल की कंपनी धारा पर भी तेल भी अपनी घटिया क्वालिटी की वजह से विवादों में रही थी।
मिलावटी मिठाई
भारत में दीवाली, होली, राखी और कई त्योहारों के अवसर पर बड़ी मात्रा में लोकल दुकानदार और मिठाई बनाने वाले मिठाई में खासी मिलावट करते हैं।