बिना FSSAI की मंजूरी के बाजार में आयी बाबा रामदेव की मैगी
नई दिल्ली। बाबा रामदेव की मैगी बाजार में आते ही विवादों के घेरे में आ गयी है। पतंजली आटा नूडल्स के लिए भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण एफएसएसएआई द्वारा मंजूरी नहीं ली गयी है।
एक तरफ जहां बाबा की मैगी ने एफएसएसएआई से मंजूरी नहीं ली वहीं दूसरी तरफ आटा मैगी पर इसकी मंजूरी का नंबर भी छापा गया है। एफएसएसएआई के अधिकारियों का कहना है कि उनसे इस उत्पाद के लिए लाइसेंस नहीं लिया गया है।
एफएसएसएआई के चेयरपर्सन आशीष बहुगुणा ने का कहना है कि 'पतंजलि आटा नूडल्स को हमारी ओर से कोई अप्रूवल नहीं मिला है। यही नहीं उन्होंने कहा कि हमें इस बात की कोई जानकारी भी नहीं दी गयी है। उन्होंने कहा कि हम इसके खिलाफ कार्यवाही कर रहे हैं।
लेकिन ऐसे में सवाल यह उठता है कि जब एफएसएसएआई की ओर से लाइसेंस नहीं दिया गया है तो मैगी के पैकेट पर लाइसेंस नंबर 10014012000266 कैसे छापा गया है।
आपको बता दें कि उत्पाद को बाजार में उतारने के लिए राज्य सरकार अनुमति देती है लेकिन एफएसएसएआई की अनुमति के बिना उत्पाद को बाजार में नहीं बेचा जा सकता है।
वहीं बाबा रामदेव के प्रवक्ता एसके तिजारवाला का कहना है कि एफएसएसएआई की ओर से इसी वर्ष अगस्त के माह में नियमो के अनुसार अलग से लाइसेंस लेने की जरूरत नहीं है। हमारे पास जब पूरे दस्तावेज आ जायेंगे तो पूरी स्थिति को साप कर सकेंगे।