भगोड़े भाजपा नेता और पूर्व DIG पर एक-एक लाख का ईनाम घोषित
नई दिल्ली। असम में पुलिस भर्ती प्रश्नपत्र लीक मामले अब तक पुलिस ने 19 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि दो मुख्य आरोपी पूर्व शीर्ष पुलिसकर्मी और भाजपा नेता अभी भी फरार हैं। असम पुलिस ने पेपल लीक मामले में सोमवार को यह बड़ा अपडेट दिया है। राज्य के पुलिस महानिदेशक भास्कर ज्योति महंत ने बताया, 'हमने फरार चल रहे बीजेपी नेता दीबान डेका और पूर्व डीआईजी पीके दत्ता की जानकारी देने वालों को एक लाख रुपए इनाम देने का ऐलान किया है। हम जनता से अनुरोध करते हैं कि आरोपियों को खोजने में पुलिस की मदद करें।'
भास्कर ज्योति महंत ने आगे कहा कि इस मामले में पुलिस सख्ती से कार्रवाई कर रही है, आरोपी चाहे किसी भी पद पर हो अगर इस केस से उसका संबंध मिलता है तो उसपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि इस मामले में सीआईडी और असम पुलिस दोनों ही संयुक्त रूप से अपने-अपने स्तर पर जांच कर रही है। अब तक सीआईडी ने इस घटनाक्रम में 4 लोगों को पकड़ा है, जबकि पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने नलबारी जिले से भी 6 लोगों को पकड़ा है।
पीके
दत्ता
के
पास
अवैध
संपत्ति
इस
बीच
पेपर
लीक
मामले
में
मुख्य
आरोपी
बीजेपी
नेता
दीबान
डेका
और
पूर्व
डीआईजी
पीके
दत्ता
की
तलाश
तेज
कर
दी
है।
जांच
टीम
को
शक
है
कि
दोनों
आरोपी
देश
छोड़कर
फरार
हो
सकते
हैं,
इसलिए
उनके
खिलाफ
अब
लुक
आउट
नोटिस
भी
जारी
कर
दिया
गया
है।
इस
बीच
आयकर
विभाग,
ईडी
और
अन्य
संबंधित
विभाग
को
सूचना
मिली
है
कि
पीके
दत्ता
ने
असम
और
राज्य
से
बाहर
करोड़ों
की
संपत्ति
जमा
कर
रखी
है।
जिसके
बाद
पीके
दत्ता
के
खिलाफ
अवैध
संपत्ति
की
जांच
भी
शुरू
कर
दी
है।
यह भी पढ़ें: असम पेपर लीक: पुलिस भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष ने ली नैतिक जिम्मेदारी, इस्तीफा देकर मांगी मांफी
पुलिस
भर्ती
बोर्ड
के
प्रमुख
ने
ली
नैतिक
जिम्मेदारी
बता
दें
कि
असम
में
पिछले
सप्ताह
पुलिस
उप
निरीक्षक
पद
के
लिए
परीक्षा
आयोजित
की
गई,
लेकिन
कुछ
रसुकदार
लोगों
ने
इसका
पेपर
ही
लीक
करवा
दिया।
इस
पेपर
लीक
मामले
में
बीजेपी
नेता
दिबान
डेका
का
नाम
सामने
आया
है,
जिसके
बाद
से
ही
वह
राज्य
छोड़कर
भाग
गए
हैं।
उनका
कहना
है
कि
असम
में
उनकी
जान
को
खतरा
है।
कई
बड़े
भ्रष्ट
अधिकारी
उनके
पीछे
पड़े
हैं।
इस
मामले
में
गिरफ्तार
किए
गए
लोगों
की
संख्या
बढ़कर
19
हो
गई
है।
वहीं,
मामले
के
तूल
पकड़ने
के
बाद
पुलिस
भर्ती
बोर्ड
के
अध्यक्ष
प्रदीप
कुमार
ने
इस्तीफा
देकर
पेपर
लीक
की
नैतिक
जिम्मेदारी
ली
है।