भाजपा को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक से पहले लगा बड़ा झटका, असम में सांसद ने छोड़ी पार्टी
नई दिल्ली: भाजपा को केंद्रीय चुनाव समिति की शनिवार को होने वाली मीटिंग से पहले तगड़ा झटका लगा है। असम के तेजपुर से मौजूदा भाजपा सांसद राम प्रसाद शर्मा ने शनिवार को पार्टी छोड़ने का ऐलान किया। ये इस्तीफा उस समय आया है जब भाजपा असम के वित्त मंत्री और पूर्वोत्तर के दिग्गज नेता हेमंत बिस्वा शर्मा को तेजपुर से चुनाव लड़ाने की तैयारी कर रही है। उन्होंने कहा कि मैंने बीजेपी की प्राथमिकत सदस्यता से इस्तीफा देने का फैसला लिया है। मैंने 15 साल आरएसएस, विहिप की और 29 साल बीजेपी की सेवा की।
राम प्रसाद शर्मा ने आगे कहा कि मैंने बीजेपी छोड़ दी है। लेकिन मुझे दिल से उन भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए कष्ट हो रहा है ,जिन्हें पार्टी के अंदर घुसे घुसपैठियों द्वारा नजरअंदाज किया जा रहा है। मैंने मजबूती से उनके लिए आवाज उठायी। अब उनके लिए आवाज उठाने वाला कोई नहीं होगा। रामप्रसाद ने हेमंत बिस्वा जैसे नेताओं को पार्टी में लाने वाले लोगों पर निशाना साधते हुए कहा कि जो पार्टी के पुराने रक्षक हैं जिन्होंने दशकों तक बिना किसी अन्य समर्थन के भाजपा को सत्ता में रखा। लेकिन अब वो सबसे ज्यादा उपेक्षित और बुरा बर्ताव झेल रहे हैं। शर्मा की असम के बड़े बीजेपी नेताओं में गिनती होती है। उन्होंने 2014 में उस सीट पर चुनाव जीता था, जहां 2009 में असम गढ़ परिषद ने चुनाव जीता था। पार्टी ने शर्मा का नाम तेजपुर लोकसभा सीट से लड़ने वाले उम्मीदवारों के पैनल में नहीं रखा था। इस सीट से सिर्फ हेमंत बिस्वा का नाम दिल्ली भेजा गया है।
भाजपा जारी कर सकती है लिस्ट
शनिवार को भाजपा असम की 14 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर सकती है। हालाकि उन्होंने ये भी कह कि वो जीवनभर असम और अपनी लोकसभा सीट के लोगों के लिए सेवा करते रहेंगे। शर्मा गोरखा समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। वो साल 2014 में पहली बार तेजपुर लोकसभा सीट से निर्वाचित हुए थे। यहां गोरखाओं की संख्या अच्छी खासी है। असम के एपीएससी नौकरी घोटाले के मामले में उनकी बेटी की गिरफ्तारी के बाद से उनकी उम्मीदवारी संकट में थी।