असम विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का हुआ ऐलान, तीन चरणों में पड़ेंगे वोट, 2 मई को नतीजे
नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने असम में विधानसभा चुनावों के लिए तारीखों का ऐलान कर दिया है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने शुक्रवार को अपनी प्रेस वार्ता में असम समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान किया है। इलेक्शन कमीशन की ओर से बताया गया है कि असम में तीन चरणों में चुनाव होंगे। पहले चरण में 27 मार्च को मतदान होगा। दूसरे चरण का मतदान 1 अप्रैल और तीसरे चरण का मतदान 6 अप्रैल को होगा। नतीजों का ऐलान दो मई को किया जाएगा।
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असम में पहले चरण में यानी 27 मार्च को 47 सीटों पर, दूसरे चरण में एक अप्रैल को 39 और तीसरे चरण में 6 अप्रैल को 40 विधानसभा सीटों पर वोट पड़ेंगे। पहले चरण के लिए अधिसूचना 2 मार्च को जारी होगी, 9 मार्च तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे और नाम वापसी की तारीख 12 मार्च होगी। दूसरा चरण का नोटिफिकेशन 5 मार्च को जारी होगी, 12 मार्च तक नामांकन हो सकेगा और नामांकन वापसी की तारीख 17 मार्च होगी। वहीं तीसरे चरण के लिए 12 मार्च को अधिसूचना जारी होगी, 19 मार्च नामांकन की आखिरी तारीख होगी और 22 मार्च तक नाम वापस लिए जा सकेंगे।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए कई इंतजाम किए गए हैं। असम में बीते विधानसभा चुनाव यानी 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में 24,890 चुनाव केंद्र थे, इस बार राज्य में चुनाव केंद्रों की संख्या 33,530 होगी। चुनाव आयोग ने मतदान का समय एक घंटे बढ़ाया है। इसके साथ-साथ सभी चुनाव अधिकारियों को कोरोना की वैक्सीन भी लगाई जाएगी।
आयोग ने बताया है कि नामांकन के लिए ऑनलाइन सुविधा होगी। प्रत्याशी अपनी जमानत राशि भी ऑनलाइन जमा करेंगे। नामांकन के वक्त दो लोग ही मौजूद रह सकेंगे, वहीं प्रचार के दौरान रोड शो में पांच गाड़ियों को ले जाने की ही अनुमति होगी। इसके अलावा डोर टू डोर कैंपेन में पांच लोग ही एक साथ जा सकेंगे। इसके अलावा सुरक्षा को लेकर चुनाव आयोग ने बताया है कि असम समेत पांचों राज्यों में मतदान के लिए के लिए सीएपीएफ की तैनाती की जाएगी।
असम
में
विधानसभा
की
126
सीटों
पर
चुनाव
होना
है,
यहां
बहुमत
का
आंकड़ा
64
है।
असम
में
आठ
सीटें
एससी
और
16
सीटें
एसटी
के
लिए
सुरक्षित
की
गई
हैं।
असम
में
31
मई
को
मौजूदा
विधानसभा
का
कार्यकाल
पूरा
हो
जाएगा।
असम
में
इस
समय
भाजपा
की
सरकार
असम में इस समय बीजेपी की सरकार है और सर्वानंद सोनोवाल मुख्यमंत्री हैं। बीते चुनाव, यानी 2016 में भाजपा ने राज्य की 126 में से 86 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत हासिल किया था। इससे पहले 15 साल तक असम में कांग्रेस की सरकार थी लेकिन 2016 में कांग्रेस को सिर्फ 26 सीटें मिली थीं। इस चुनाव में एजीपी को 14, एआईयूडीएफ को 13 तो बीओपीएफ को 12 सीटे मिली थीं।
कांग्रेस ने किया है महागठबंधन
असम में सत्ता वापसी के लिए कांग्रेस इस चुनाव में पूरा जोर लगा रही है। सत्तारूढ़ बीजेपी के गठंबधन को मात देने के लिए कांग्रेस ने पांच पार्टियों के साथ मिलकर महागठबंधन बनाया है। कांग्रेस असम में ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ), सीपीआई, सीपीआई (एमएल) और आंचलिक गंगा मोर्चा के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है।
असम के साथ इन राज्यों में भी चुनाव
असम के साथ-साथ पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में भी विधानसभा के चुनाव होंगे। इन राज्यों में भी वोटिंग की तारीखों का ऐलान आज चुनाव आयोग ने कर दिया है। पुडुचेरी में हाल ही में कांग्रेस की सरकार गिर चुकी है। वहीं तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और केरल की विधानसभाओं के कार्यकाल मई और जून में खत्म हो रहे हैं। तमिलनाडु में 24 मई, पश्चिम बंगाल में 30 मई को मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल पूरा हो जाएगा। वहीं केरल में एक जून तक मौजूदा सरकार का कार्यकाल है। बता दें कि जिन पांच राज्यों में चुनाव हो रहे हैं, उनमें पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा 294 विधानसभा सीटें हैं, वहीं तमिलनाडु में 234 सीटों पर चुनाव होना है। असम में 126 और केरल में 140 सीटों पर चुनाव होगा। केंद्रशासित प्रदेश पुडुचेरी में 30 सीटों पर चुनाव होना है। पांचों राज्यों की कुल 824 विधानसभा सीटों पर चुनाव होगा। 2 मई को सभी राज्यों के एक साथ नतीजे आएंगे।
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