इंदिरा गांधी ने पाक के बंटवारे का कभी श्रेय नहीं लिया, पीएम मोदी सेना के जवानों के नाम पर मांग रहे वोट- अशोक गहलोत
नई दिल्ली। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी सेना के जवानों के नाम पर वोट मांग रहे हैं। गहलोत ने कहा कि पाकिस्तान का बंटवारा करने का इंदिरा गांधी ने कभी श्रेय नहीं लिया, उन्होंने इसका पूरा श्रेय सेना के जवानों दिया था। उन्होंने कभी यह नहीं कहा कि यह उनकी उपलब्धि है और इसके नाम पर कभी वोट नहीं मांगा। उस समय पाकिस्तान को दो हिस्सों में बांटने श्रेय सेना के जवानों को दिया गया, लेकिन मोदी हर चीज का श्रेय वह खुद लेना चाहते हैं।
सेना के पीछे छिप रहे हैं मोदी
राजस्थान के जयपुर में कांग्रेस की उम्मीदवार ज्योति खंडेलवाल के समर्थन में रैली को संबोधित करते हुए अशोक गहलोत ने पीएम मोदी पर जमकर हमला बोला। प्रधानमंत्री की कोई उपलब्धि नहीं है, यही वजह है कि वह सेना के जवानों के पीछे छिप रहे हैं। हम अपने जवानों को सैल्यूट करते हैं, उनके शौर्य का सम्मान करते हैं, लेकिन मोदी उनके नाम पर चुनाव जीतना चाहते हैं। गहलोत ने कहा कि जिन लोगों ने मोदी की आलोचना की और भाजपा पर निशाना साधा उन्हें देशद्रोही करार दिया गया, ऐसी फासिस्ट ताकतें संगठन खुद को लोकतांत्रिक कहते हैं।
इसे भी पढ़ें- आखिरकार खुद स्मृति ईरानी ने बताया, वह सिर्फ 12वीं पास हैं
भविष्य में चुनाव नहीं होगा
गहलोत ने कहा कि भाजपा वाले कहते हैं कि वह अगले 50 साल तक शासन करेंगे, अगर वह चुनाव जीतते हैं। लेकिन लोकतंत्र में जनता के मत से सरकार बनती है, लेकिन ये लोग फासिस्ट की तरह काम कर रहे हैं और सत्ता पर कब्जा करना चाहते हैं। अगर ये लोग यह चुनाव जीतते हैं तो संभव है कि भविष्य में चुनाव नहीं हो। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबियों के ठिकानों पर हो रही छापेमारी पर गहलोत ने कहा कि पिछले पांच साल में कितने भाजपा नेताओं के घर पर छापा मारा गया।
किसी भी भाजपा, आरएसएस के नेता के ठिकाने पर नहीं हुई छापेमारी
हमारे नेताओं के घर पर छापेमारी की गई। मोदी जी पूछिए कि क्या आपकी सरकार में शामिल किसी के यहां पर आयकर विभाग की छापेमारी की गई। या फिर सभी आरएसएस और भाजपा के लोग ईमानदार हैं। भाजपा के पूर्व नेता घनश्या तिवारी ने हाल ही में कांग्रेस का दामन थामा है, उन्होंने वसुंधरा राजे की सरकार के दौरान भ्रष्टाचार के मुद्दे को उठाया था, लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व ने कोई कार्रवाई नहीं की, जिसकी वजह से उनके पास पार्टी को छोड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा।
नोटबंदी की होगी जांच
नोटबंदी को गहलोत ने घोटाला बताते हुए कहा कि अगर यूपीए की सरकार बनती है तो इस मामले की जांच की जाएगी। इस फैसले की वजह से देश के उद्योग बंद हो गए, लोगों की नौकरी चली गई। ना तो काला धन वापस आया और ना ही नक्सलवाद और आतंकवाद पर रोक लगी। रैली में गहोत ने राजस्थान की सरकार की उपलब्धियों को भी गिनाया।
इसे भी पढ़ें- शादी का वादा करके यौन संबंध बनाना बलात्कार- सुप्रीम कोर्ट