मोदी सरकार पर बरसे दिग्विजय सिंह, बोले- सोचिए, आर्टिकल 370 को हटाकर आपने देश को किस मुश्किल में डाल दिया
नई दिल्ली। कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 को हटाए जाने के बाद मोदी सरकार पर बड़ा हमला किया है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि जम्मू कश्मीर से आर्टिकिल 370 को बिना यहां की जनता की राय लिए हटाया गया है। आर्टिकल 370 को हटाए जाने से पहले यहां के लोगों की राय नहीं ली गई और ना ही उनसे किसी भी तरह का संवाद किया गया। इसकी वजह से काफी मुश्किल बढ़ सकती है। दिग्विजय सिंह ने आर्टिकल 370 को हटाए जाने के बाद मोदी सरकार पर कटघरे में खड़ा किया है।
आपने देश को मुश्किल में डाल दिया है
दिग्विजय सिंह ने मोदी सरकार को चेताते हुए कहा कि आपको यह नहीं भूलना चाहिए कि एक तरफ चीन है, दूसरी तरफ पाकिस्तान और अफगानिस्तान भी है। आपको सोचना चाहिए कि आपने देश को किस मुश्किल में डाल दिया है। दिग्विजय सिंह एकमात्र नेता नहीं हैं जिन्होंने आर्टिकल 370 को हटाए जाने के बाद मोदी सरकार पर हमला बोला है। इससे पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने भी आर्टिकल 370 को हटाए जाने के खिलाफ जमकर मोदी सरकार पर अपनी भड़ास निकाली थी।
राहुल ने जताई चिंता
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी जम्मू कश्मीर की स्थिति को लेकर मोदी सरकार पर हमला किया था। राहुल गांधी ने कश्मीर के हालात पर चिंता जाहिर करते हुए प्रधानमंत्री से यह मांग की कि वहां के हालात के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश को पूरी पारदर्शिता के साथ बताना चाहिए। जम्मू-कश्मीर से चिंताजनक खबरें आ रही हैं। जिसपर जम्मू कश्मीर के राज्यपाल ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने राहुल गांधी के लिए जम्मू कश्मीर आने के लिए प्लेन भेजने की बात कही थी।
राज्यपाल ने राहुल पर साधा निशाना
जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि राहुल गांधी गलतबयानी न करें। सरकार उनके लिए स्पेशल जहाज भेजेगी ताकि वो कश्मीर की मौजूदा हालात को देख सकें। गलतबयानी कर वो देश का नुकसान कर रहे हैं। राहुल गांधी ने हाल में कहा था कि जम्मू-कश्मीर में हिंसा की खबरें हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश को सच बताना चाहिए कि असल में कश्मीर में क्या हो रहा है?
राहुल गांधी जाएंगे घाटी
राज्यपाल के बयान के बाद राहुल गांधी ने उन्हें जवाब देते हुए कहा कि आदरणीय सत्यपाल मलिक, मैं विपक्ष के नेताओं के साथ जम्मू-कश्मीर और लद्दाख आने के निमंत्रण को स्वीकार करना चाहता हूं। हमें एयरक्राफ्ट मत दीजिए, लेकिन इस बात को तय कर दीजिए कि हमें वहां घूमने और लोगों से मिलने की आजादी होगी। हमारे मेन स्ट्रीम लीडर और सेना के जवान वहीं रहेंगे।
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