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खाई में गिरा 17 साल का भारतीय ट्रैकर, Apple Watch Life Saver बना, CEO टिम कुक को भेजा मेल, जवाब भी आया

ट्रैकिंग के दौरान संकट में 17 साल के भारतीय की जान ! Apple Watch Life Saver बना, डॉक्टरों ने बचाया। ऐप्पल के सीईओ टिम कुक को ई-मेल भेजने पर रिप्लाई भी आया। Apple Watch Smit Nilesh Mehta 17 year treker Visapur Fort Lonava

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Apple Watch Life Saver बनकर कई बार लोगों की जान बचा चुका है। 17 साल के भारतीय किशोर की जान संकट में थी, लेकिन उसने अपनी एप्पल वॉच के कॉल फीचर का इस्तेमाल कर जान बचाई। Harrowing Trek के दौरान बाल-बाल बचे भारतीय किशोर ने कहा कि वह Apple वॉच की वजह से जिंदा है। इस घटना से एक बार फिर साबित हुआ है कि अच्छी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने जीवन रक्षक टूल के रूप में किया जा सकता है। Apple Watch Life Saver कैसे बना ? इस बारे में इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र में 17 वर्षीय लड़का ट्रैक के दौरान अपनी ऐप्पल वॉच में कॉलिंग फीचर का उपयोग करके जीवित बचने में सफल रहा। ट्रैकिंग के दौरान फिसलने के कारण गहरी खाई में गिरा किशोर Apple वॉच सीरीज़ 7 (सेलुलर मॉडल) का इस्तेमाल करता है।

Apple Watch Life Saver

इंडियाटुडे की रिपोर्ट के मुताबिक ईसीजी जैसी स्वास्थ्य सुविधाओं वाली ऐप्पल वॉच पहले भी कई लोगों की जान बचाने में उल्लेखनीय भूमिका निभा चुका है। इस बार महाराष्ट्र के रायगढ़ में 17 वर्षीय मेडिकल छात्र को ऐप्पल वॉच की मदद से माता-पिता और दोस्तों से जुड़ने में मदद मिली। जब यह किशोर लोनावाला के पास विसापुर किले में दोस्तों के साथ ट्रैकिंग के दौरान गहरी खाई में गिरा था तो उसकी ऐप्पल वॉच एक्टिव थी। हादसे के बाद Smit Nilesh Mehta की एडवेंचर्स स्टोरी के बारे में इंडिया टुडे ने नीलेश के हवाले से कहा, उन्होंने बताया कि वह अपने सेल्युलर ऐप्पल वॉच मॉडल की वजह से ज़िंदा है। बकौल नीलेश, ऐप्पल वॉच के कारण उन्हें अपने परिवार और दोस्तों के साथ संपर्क साधने में मदद मिली। सही समय पर बिना फोन के उन्होंने संपर्क स्थापित किया और उनकी जान बचाने में मदद मिली।

इस रिपोर्ट के मुताबिक विगत 11 जुलाई, 2022 को नीलेश मेहता अपने तीन दोस्तों के साथ लोनावला के पास ट्रैकिंग के लिए गए। 17 वर्षीय नीलेश वापस लौटते समय फिसल गए। हादसे के बारे में मेहता ने बताया, उस दिन भारी बारिश हो रही थी। ट्रैक अच्छा चल रहा था। हम किले पर पहुंचे और तस्वीरें क्लिक कीं। वापसी के रास्ते में, ट्रैक अंतिम चरण में पहुंच चुका था, लेकिन भारी बारिश के कारण, उनका पैर फिसला और वे घाटी में गिर गए।

नीलेश बताते हैं कि पैर फिसलने के कारण वे करीब 130 - 150 मीटर नीचे गहरी घाटी में फिसल गए। ढलान और घाट पेड़ों से भरे थे। उसके दोस्त उन्हें नहीं देख पा रहे थे। उन्होंने कहा, "मैं भाग्यशाली था कि एक पत्थर और पेड़ के कारण वे अधिक गहराई में नहीं गए। घाटी में और नीचे लुढ़कने से बचने के बाद मैं घने पत्तों में फंस गया था। मेरे दोनों टखने इंजर्ड हो चुके थे।"

खौफनाक यादों के बारे में नीलेश मेहता बताते हैं कि सौभाग्य से उन्हें कोई गंभीर चोट नहीं लगी। वह पूरी तरह से होश में थे। उन्होंने कहा कि ट्रैक के दौरान, मेहता और उनके दोस्त केवल एक बैग ले जा रहे थे। उन सभी ने अपने फोन उसी बैग में रख दिए थे। इसलिए जब वह खाई में गिरे तो उनका फोन उनके पास नहीं था। हालांकि, जब वह जंगल में फंसे हुए थे, तभी नीलेश ने पाया कि उनकी Apple वॉच खाई में गिरने के बावजूद Jio नेटवर्क से जुड़ी हुई थी। ऐसे में उन्होंने कॉलिंग फीचर का उपयोग किया। बता दें कि ऐप्पल वॉच (सेलुलर) उपयोगकर्ताओं को कॉल करने की अनुमति देता है, भले ही उनके पास उनका फोन न हो।

कॉलिंग फीचर का इस्तेमाल कर नीलेश ने अपने दोस्तों और परिवार से संपर्क किया। नीलेश की इमरजेंसी कॉल के बाद उनके रिलेटिव्स ने बचाव दल से संपर्क किया। सूचना मिलने के बाद बचाव दल ने नीलेश को खाई से बाहर निकाला और लोनावाला के एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया। प्रारंभिक उपचार के बाद नीलेश को पुणे के आर्थोपेडिक अस्पताल में भेज दिया गया। इसी कॉलेज में नीलेश मेडिकल की पढ़ाई करते हैं। बकौल नीलेश, "मेरे दोनों पैर सूज गए थे, इसलिए सर्जन सर्जरी नहीं कर सके। डॉक्टरों को सर्जरी करने में लगभग 5 दिन लगे। 16 जुलाई 2022 को सर्जरी हुई।

नीलेश मेहता ऐप्पल वॉच के प्रति आभारी महसूस करते हैं। सर्जरी के बाद उन्होंने ऐप्पल सीईओ टिम कुक को ईमेल भेजा। उनके आश्चर्य और खुशी का ठिकाना नहीं रहा जह Apple CEO Tim Cook ने जवाबी ई-मेल में लिखा, "मैं बहुत खुश हूं कि आप रिकवर कर रहे हैं।"

गौरतलब है कि यह पहला मौका नहीं है जब ऐप्पल वॉच की मदद से यूजर्स की जान बची हो। कुछ महीने पहले ही, यूनाइटेड किंगडम में एक ऐप्पल वॉच यूजर ने कहा था कि घड़ी की ईसीजी विशेषता असामान्य हृदय गति का पता लगाती है। ऐसे में यूजर को सही समय पर चिकित्सा सहायता पाने में मदद मिलती है।

यह भी दिलचस्प है कि ऐप्पल अपनी अत्याधुनिक घड़ियों में संभावित जीवन रक्षक फीचर्स लगातार जोड़ रहा है। वॉच सीरीज़ 8 में, कंपनी ने एक "क्रैश डिटेक्शन फ़ीचर" जोड़ा है। इससे यह पता लगाया जा सकता है कि यूजर किसी सड़क दुर्घटना का शिकार हुआ है या यूजर्स इस फीचर की मदद से ऑटोमैटिक इमरजेंसी कॉल (SOS Call) कर सकते हैं। ऐप्पल वॉच fall detection feature से भी लैस है। इससे विशेष रूप से बुजुर्ग लोगों की मदद की जा सकती है जिनके नीचे गिरने का खतरा होता है। इस साल लॉन्च की गई ऐप्पल वॉच अल्ट्रा में भी कई जीवन रक्षक फीचर्स जोड़े गए हैं। इसमें एक सायरन बजाने की क्षमता भी शामिल है। सायरन को 200 मीटर दूर तक सुना जा सकता है। खास तौर पर अगर पहाड़ों पर ट्रैकिंग या जंगल में घुसने के दौरान कुछ गलत हो जाए तो इस फीचर से कारगर मदद हासिल की जा सकती है।

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English summary
I am alive because of Apple Watch: Indian teen Neelesh Mehta survives using call feature in Apple watch during trek in lonavala maharashtra.
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