Anil Deshmukh row: कौन हैं IPS रश्मि शुक्ला, क्या उन्हें पता है अनिल देशमुख के सारे राज?
मुंबई। इस वक्त महाराष्ट्र में परमबीर सिंह के लेटर से भूचाल मचा हुआ है, जिसके बाद महाराष्ट्र की शिवसेना सरकार सवालों के घेरे में आ गई है और विपक्ष इस मुद्दे पर जमकर उस पर निशाना साध रहा है तो वहीं आईपीएस परमबीर सिंह गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुके हैं, हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने आज मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की याचिका पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें हाईकोर्ट जाने को कहा है। जिसके बाद परमबीर सिंह ने सुप्रीम कोर्ट से अपनी याचिका वापस ले ली है। उन्होंने कहा है कि अब वो वो बॉम्बे हाईकोर्ट में अर्जी देंगे। बता दें कि परमबीर सिंह ने देशमुख के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी।
कौन हैं IPS रश्मि शुक्ला?
बता दें कि परमबीर सिंह ने दावा किया है कि आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला को अनिल देशमुख की सारे करतूतों की जानकारी थी और उन्होंने रश्मि शुक्ला के कॉल रिकॉर्डिंग के आधार पर ही देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। रश्मि शुक्ला के पास देशमुख की हरकतों के खिलाफ पुख्ता सबूत हैं। जहां परमबीर सिंह ये बात कह रहे हैं, वहीं दूसरी ओर पूर्व सीएम देवेंद्र फणनवीस ने भी मंगलवार को अपनी प्रेस वार्ता में रश्मि शुक्ला का ही नाम लिया था। उन्होंने कहा था कि शुक्ला देशमुख के सारे राज जानती हैं और इस वजह से ही रश्मि को पद से हटाया गया है।
ऐसे में प्रश्न उठता है कि आखिर रश्मि शुक्ला हैं कहां और कौन हैं, चलिए उनके बारे में जानते हैं विस्तार से...
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आईपीएस रश्मि शुक्ला 1988 के आईपीएस बैच से हैं
- तेज तर्रार आईपीएस रश्मि शुक्ला 1988 के आईपीएस बैच से हैं और मालूम हो कि परमबीर सिंह भी इसी बैच से हैं।
- रश्मि शुक्ला इस वक्त सीआरपीएफ में एडीजी यानी कि एडिशनल डायरेक्टर जनरल पोस्ट पर विराजमान हैं।
- वो इससे पहले पुणे की पुलिस कमिश्नर भी रह चुकी हैं।
- यही नहीं वो स्टेट इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट (एसआईडी) की कमिश्नर भी रही हैं।
- उन्होंने जियोलॉजिकल साइंस में मास्टर डिग्री की है और काफी कड़क ऑफिसर मानी जाती हैं।
रश्मि शुक्ला को पता था देशमुख का राज: परमबीर सिंह
परमबीर सिंह का दावा किया है कि रश्मि शुक्ला ने स्टेट इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट (एसआईडी) की कमिश्नर होने के दौरान ही अनिल देशमुख को लेकर शिकायत की थी। लेकिन देशमुख पर एक्शन होने की जगह रश्मि शुक्ला का ही तबादला कर दिया गया। आपको बता दें कि मुंबई के आयुक्त के पद से हटाने के बाद परमबीर सिंह ने सीएम उद्धव ठाकरे को एक चिट्ठी लिखी थी जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने मामले में आरोपी बनाए गए सचिन वाजे से हर महीने 100 करोड़ रुपए वसूलने के लिए कहा था। यही नहीं परमबीर सिंह ने ये भी कहा है कि मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक रखने के लिए गिरफ्तार पुलिस अधिकारी सचिन वाजे सीधा गृहमंत्री देशमुख के संपर्क में था, दोनों की फरवरी में देशमुख के ही घर पर मीटिंग हुई थी।
अनिल देशमुख ने कहा-सब गलत है
जबकि गृहमंत्री अनिल देशमुख ने अपने ऊपर लगे सारे आरोपों को गलत ठहराया है और कहा है कि परमबीर सिंह खुद एंटेलिया और मनसुख हीरेन केस में फंस रहे हैं। ऐसे में खुद को बचाने के लिए मेरे ऊपर कीचड़ उछाल रहे हैं। देशमुख ने ट्वीट कर कहा कि जांच जैसे-जैसे आगे जाएगी, ये पता भी चल जाएगा कि कौन सही है और कौन गलत। यह सब मुझे बदनाम करने और महागठबंधन सरकार को बदनाम करने की साजिश है। मुख्यमंत्री को उनके द्वारा लगाए गए आरोपों की निष्पक्ष जांच करनी चाहिए। परम बीर सिंह को अपने आरोपों को साबित करना चाहिए। मैं उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर कर रहा हूं।
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