आनंद शर्मा बोले- मेरी रगों में कांग्रेस की विचारधारा, बताई अहम पद छोड़ने की वजह
नई दिल्ली, 21 अगस्त: कांग्रेस बीजेपी के खिलाफ जैसे ही बड़े पैमाने पर मोर्चा खोलती है, उसके अंदर की अंदरुनी कलह सामने आ जाती है। पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस मोदी सरकार को शिक्षा, बेरोजगारी, जीएसटी समेत कई मुद्दों को लेकर घेर रही है, इस बीच रविवार को खबर आई कि आनंद शर्मा ने हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की संचालन समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। तब से तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे, जिस पर अब आनंद शर्मा ने सफाई दी है।
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आनंद शर्मा ने ट्वीट कर लिखा कि मैंने हिमाचल चुनाव के लिए कांग्रेस की संचालन समिति की अध्यक्षता से भारी मन से इस्तीफा दिया है। मैं आजीवन कांग्रेसी हूं और अपने विश्वास पर कायम हूं। मेरे खून में दौड़ने वाली कांग्रेस की विचारधारा के लिए मैं प्रतिबद्ध हूं, इसमें कोई शक नहीं है। हालांकि, एक स्वाभिमानी व्यक्ति के रूप में निरंतर बहिष्कार और अपमान को देखते हुए मेरे पास कोई विकल्प नहीं बचा था।
पत्र
में
लिखी
ये
बात
वहीं
कांग्रेस
अध्यक्ष
सोनिया
गांधी
को
लिखे
पत्र
में
आनंद
शर्मा
ने
लिखा
कि
मेरे
आत्मसम्मान
को
ठेस
पहुंची
है
क्योंकि
मुझे
पार्टी
की
किसी
भी
बैठक
में
सलाह
के
लिए
नहीं
बुलाया
गया
था।
हिमाचल
में
विधानसभा
के
चुनाव
होने
वाले
हैं,
लेकिन
वो
पार्टी
में
उपेक्षित
और
दरकिनार
महसूस
कर
रहे
थे।
वहीं
पार्टी
के
लिए
भी
ये
इस्तीफा
हैरान
कर
देने
वाला
है,
क्योंकि
उनको
26
अप्रैल
को
ही
इस
पद
पर
नियुक्त
किया
गया
था।
ऐसे
में
चुनाव
से
पहले
अंदरुनी
गुटबाजी
पार्टी
को
भारी
पड़
सकती
है।
गुलाम
नबी
आजाद
ने
दिया
था
झटका
वहीं
इससे
पहले
जम्मू-कश्मीर
के
पूर्व
मुख्यमंत्री
गुलाम
नबी
आजाद
ने
प्रचार
समिति
के
अध्यक्ष
पद
से
इस्तीफा
दिया
था।
आजाद
ने
अपने
इस्तीफे
वाले
पत्र
में
लिखा
था
कि
किसी
अन्य
महत्वपूर्ण
व्यक्ति
को
प्रचार
समिति
के
अध्यक्ष
का
पद
दिया
जाना
चाहिए
क्योंकि
वो
जम्मू-कश्मीर
चुनाव
के
लिए
पीसीसी
(प्रदेश
कांग्रेस
कमेटी)
और
अन्य
समितियों
में
कुछ
नियुक्तियों
के
कारण
परेशान
हैं।