उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में 1.4 अंक की वृद्धि, अक्टूबर में 119.5 रहा CPI-IW
नई दिल्ली। औद्योगिक कामगारों के अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI-IW) में अक्टूबर महीने में 1.4 अंक की वृद्धि हुई है। अक्टूबर में महीने में यह 119.5 रहा है। पिछले महीने सितम्बर की तुलना में अक्टूबर के लिए इसमें 1.19 % की वृद्धि हुई है जबकि जबकि पिछले साल इसी महीने की तुलना में यह 0.93 प्रतिशत बढ़ा है। भारत सरकार के सूचना विभाग ने इस बारे में जानकारी दी है।
एक दिन पहले ही देश के मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितम्बर) के आंकड़े जारी किए गए थे। इसमें जीडीपी में 7.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी। यह पिछले वित्तवर्ष की दूसरी तिमाही के मुकाबले बहुत खराब था जिसमें 4.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी।
अर्थव्यस्था
को
लेकर
बढ़ी
चिंता
विकास
दर
के
लगातार
दूसरे
तिमाही
में
भी
माइनस
में
रहने
पर
कई
विशेषज्ञों
ने
अर्थव्यस्था
के
मंदी
में
जाने
की
चिंता
व्यक्त
की
थी।
इसके
पहले
पहली
तिमाही
में
अर्थव्यवस्था
की
विकास
दर
में
23.9
फीसदी
की
गिरावट
दर्ज
की
गई
थी
जो
कि
आजादी
के
बाद
देश
की
जीडीपी
की
सबसे
बड़ी
गिरावट
थी।
भारतीय रिजर्व बैंक ने वित्तवर्ष की दूसरी तिमाही में जीडीपी में 8.6 फीसदी की गिरावट का अनुमान लगाया था। दूसरी एजेंसियों ने भी आठ से 12 फीसदी गिरावट का अनुमान जताया था। लगातार दो क्वार्टर में निगेटिव ग्रोथ रहने के बाद अब भारत की अर्थव्यवस्था को मंदी की चपेट में कहा जा रहा है।