'CBI जांच' पर अखिलेश ने दिया शायराना जवाब, परिवार संग शेयर की फोटो
अखिलेश यादव ने फेसबुक पर अपने परिवार की एक तस्वीर के साथ शायराना पोस्ट लिखकर भाजपा पर तंज कसा है।
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नई दिल्ली। यूपी के अवैध रेत खनन मामले (Illegal Sand Mining Case) को लेकर अफसरों और सपा-बसपा (SP-BSP)के नेताओं पर सीबीआई (CBI) की छापेमारी के बाद सियासी गलियारों में हड़कंप मचा हुआ है। भाजपा (BJP) ने इस मामले में सीधे तौर पर यूपी के तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को घेरते हुए उनसे जवाब देने की मांग की है। भाजपा का कहना है कि सपा के शासनकाल में अधिकारियों और नेताओं को अवैध खनन की खुली छूट दी गई थी।। वहीं, समाजवादी पार्टी ने इस पूरे मामले को भाजपा और केंद्र सरकार की राजनीतिक साजिश करार देते कहा कि यह उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को डराने की कोशिश है। इस बीच सपा मुखिया अखिलेश यादव ने फेसबुक पर अपने परिवार की एक तस्वीर के साथ शायराना पोस्ट लिखकर तंज कसा है।
'बदनीयत है जिसकी बुनियाद उस खबर से फिक्र क्यों'
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को फेसबुक पर अपने परिवार के सदस्यों के साथ अपनी एक तस्वीर शेयर की। अखिलेश ने इस तस्वीर के साथ एक शायराना पोस्ट लिखकर तंज कसते हुए कहा, 'दुनिया जानती है इस ख़बर में हुआ है मेरा जिक्र क्यों, बदनीयत है जिसकी बुनियाद उस खबर से फिक्र क्यों।' तस्वीर में अखिलेश यादव स्टडी रूम में अपनी पत्नी डिंपल यादव और बच्चों के साथ बैठे हुए नजर आ रहे हैं। माना जा रहा है कि अवैध खनन के मामले में सीबीआई जांच को लेकर अखिलेश यादव ने भाजपा और केंद्र सरकार के ऊपर यह तंज कसा है। वहीं, सूत्रों के हवाले से खबर है कि सीबीआई ने अखिलेश यादव से पूछे जाने वाले सवालों की लिस्ट तैयार कर ली है।
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मायावती ने किया अखिलेश को फोन
आपको बता दें कि इससे पहले इस मामले को लेकर रविवार को बसपा सुप्रीमो मायावती ने अखिलेश यादव से फोन पर बात की। मायावती ने अखिलेश को फोन कर कहा, 'भारतीय जनता पार्टी द्वारा कराई जा रही ये छापेमारी कोई नई बात नहीं है, बल्कि ये उनकी पुरानी राजनीतिक साजिश का हिस्सा है, जिसे लोग अब समझते हैं। हमें इसके खिलाफ मजबूती से लड़ना होगा और उनकी साजिशों को असफल बनाना होगा।' दरअसल सीबीआई छापेमारी को लेकर मायावती अखिलेश यादव के बचाव में उतर आई हैं। मामले को लेकर सपा सांसद रामगोपाल यादव और बसपा सांसद सतीश चंद्र मिश्रा ने संयुक्त तौर पर संसद में संयुक्त तौर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की थी।
'डरी हुई BJP ने तोते से गठबंधन कर लिया'
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सपा सांसद रामगोपाल यादव ने कहा, 'अवैध खनने के मामले में जो पीआईएल दाखिल हुई है, उसमें कहीं अखिलेश यादव का नाम नहीं है, इसके बावजदू यूपी सरकार के एक मंत्री दिल्ली पहुंचकर और प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अखिलेश यादव का नाम ले रहे हैं। ऐसा लगता है कि बसपा और सपा के साथ आने की खबर सुनकर ही घबराई भाजपा ने सीबीआई यानी तोते से गठबंधन कर लिया है। सरकार सीबीआई के दम पर हमें डराना चाहती है लेकिन ये दांव उल्टा पड़ जाएगा। अवैध खनन के मामले से अखिलेश यादव का कोई लेना-देना नहीं है। आरोप अधिकारियों पर है लेकिन बीजेपी सपा-बसपा के नजदीक आने से डर गई है और हताशा में ये कदम उठा रही है। हम चेतावनी दे रहे हैं कि सपा और उनके सहयोगी अगर सड़क पर उतरेंगे तो भाजपा का काम करना मुश्किल हो जाएगा।'
'BJP को लगता है कुंभ से भला हो जाएगा'
वहीं, बसपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सतीश मिश्रा ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा, 'भारतीय जनता पार्टी सपा और बसपा से डर गई है। इस सरकार ने सीबीआई जैसी संस्था को बर्बाद कर दिया है। आज सीबीआई के दो टुकड़े हो चुके हैं। यूपी में भाजपा के शासन में अराजकता का माहौल है। अब अवैध खनन के मुद्दे और हाईकोर्ट का हवाला देकर केंद्र सरकार मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। भाजपा के बाकी साथी साथ छोड़कर जा रहे हैं इसलिए उन्होंने सीबीआई को अपना नया साथी बनाया है। अब उन्हें लग रहा है कि कुंभ मेले से भला हो जाएगा। एक दिन में प्रचार पर जितना खर्च किया जा रहा है, उससे रोज एक स्कूल बनाया जा सकता है। यूपी में आज ना बच्चे सुरक्षित हैं और ना ही महिलाएं।'
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