Air India urination:'पायलट आराम कर रहे थे', इस वजह से महिला को नहीं मिली अलग सीट- सहयात्री
एयर इंडिया पेशाब कांड में विमान के एक सहयात्री ने नया खुलासा किया है। अमेरिका के एक मशहूर डॉक्टर का दावा है कि उन्होंने पीड़ित महिला के लिए निजी तौर पर अलग सीट मांगी थी, लेकिन उनसे कहा गया कि पायलट आराम कर रहे हैं।
Air India urination case Shankar Mishra: न्यूयॉर्क टू नई दिल्ली एयर इंडिया के नॉनस्टॉप विमान में एक बुजुर्ग महिला यात्री पर पेशाब किए जाने के मामले में आरोपी गिरफ्तार हो चुका है। लेकिन, उस दिन बिजनेस क्लास में जो कुछ हुआ, उसकी कई बातें अभी भी छन-छन कर सामने आ रही हैं। अमेरिका के एक मशहूर डॉक्टर ने उस दिन एयर इंडिया के क्रू के जिस रवैए का खुलासा किया है, वह वाकई चौंकाने वाला है। क्योंकि, इससे एयर इंडिया की छवि पर जो बट्टा लगा है, उससे उबरने के लिए उसे गंभीर कोशिशें करनी होंगी। क्योंकि अभी तक तो यही जानकारी थी कि एयर इंडिया ने घटना की जानकारी दिल्ली में लैंडिंग के बाद सिक्योरिटी को नहीं दी, जिससे कि आरोपी को तत्काल पकड़ा जा सकता था। लेकिन, अब जानकारी मिल रही है कि उस महिला को इस वारदात से जो आघात लगा था, उसे कम करने के लिए भी गंभीर कोशिश नहीं की गई और खाली रहने के बावजूद अलग सीट इसलिए नहीं दी गई, क्योंकि फ्लाइट के कैप्टन आराम फरमा रहे थे।
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क्रू ने पीड़ित महिला के प्रति पर्याप्त जिम्मेदारी नहीं निभाई
एयर इंडिया पेशाब कांड में आरोपी शंकर मिश्रा सलाखों के पीछे पहुंच चुका है, लेकिन इस घटना के पीछे छिपी एयर इंडिया क्रू मेंबरों की लापवाही और आपराधिक उदासीनता अभी भी उजागर हो ही रही हैं। इस घटना में अब पीड़ित महिला और आरोपी शंकर मिश्रा के एक सहयात्री सामने आए हैं और उस दिन की घटना को लेकर जो नई बातों का खुलासा किया है, वह हैरान करने वाला है। ऐसी खबरें पहले से थीं कि क्रू ने पीड़ित महिला और उनकी उम्र को देखकर भी उनके प्रति पर्याप्त जिम्मेदारी नहीं निभाई। अब विमान के एक सहयात्री ने क्रू की लापरवाही को लेकर नए खुलासे किए हैं। इनके मुताबिक विमान में फर्स्ट-क्लास श्रेणी में सीटें लगभग खाली ही थीं, फिर भी उनकी गुजारिश पर भी वह सीट पीड़ित को नहीं दी गई।
'बदबूदार सीट पर ही महिला को करने पड़ी यात्रा'
पीड़ित महिला को फर्स्ट क्लास श्रेणी की एक सीट देने का अनुरोध करने वाले डॉक्टर सौगत भट्टाचार्य ने उस दिन विमान की घटना के बारे में सारा भांडा फोड़ कर दिया है। 26 नवंबर को घटना वाले दिन भट्टाचार्य उसी बिजनेस क्लास में 8वीं रो की अपनी सीट पर बैठे थे। उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा है कि न्यूयॉर्क से नई दिल्ली की फ्लाइट में क्रू चाहता तो महिला को लगे धक्के को कम कर सकता था। इसके लिए उन्होंने निजी तौर पर क्रू से कहा था कि फर्स्ट क्लास की एक सीट उन्हें दे दी जाए। लेकिन, क्रू ने उनके अनुरोध को नजरअंदाज कर दिया और बुजुर्ग को उसी बदबूदार सीट पर यात्रा करने पर मजबूर किया, जहां आरोपी ने पेशाब कर दिया था।
'पायलट आराम कर रहे हैं'
भट्टाचार्जी ने कहा है, 'मैंने निजी तौर पर लिखित में उन्हें फर्स्ट क्लास में एक सीट देने का अनुरोध किया था, लेकिन विमान में क्रू की ओर से मुझे बताया गया कि उन्हें ऐसा करने का अधिकार नहीं है; और उन्होंने कहा कि वे पायलट-इन-कमांड से कहेंगे। बाद में क्रू ने मुझे बताया कि पायलट-इन-कमांड की शिफ्ट खत्म हो चुकी है और वो आराम कर रहे हैं।' भट्टाचार्जी अमेरिका में ऑडियोलॉजी के एक नामी डॉक्टर हैं।
भट्टाचार्जी ने लिखित शिकायत भी दी थी
भट्टाचार्जी ने बताया है कि उन्होंने क्रू के पास लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने उनसे जेनरल लीजर बुक मांगा था, जो उन्होंने उपलब्ध नहीं करवाई और उसके बदले दो पन्नों के टुकड़े थमा दिए। उन्होंने कहा है, 'मुझे यकीन है कि मेरी लिखित शिकायत एयर इंडिया मैनेजमेंट को नहीं दी गई होगी, इसे समय से भारत में कानून का पालन करवाने वाली संबंधित एजेंसी को बताया जाना चाहिए था, जो कि एयर इंडिया के पायलट ने नहीं किया। मुझसे कहा गया था कि पीड़िता की सीट सिर्फ उनसे (पायलट) बात करने के बाद ही बदली जा सकती है। एक अपराध हुआ था , यह उनकी जिम्मेदारी थी कि उपयुक्त अधिकारियों तक इसकी सूचना पहुंचाते।'
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महिला (पीड़ित) काफी सभ्य थीं- सहयात्री
भट्टाचार्जी ने उस दिन बिजनेस क्लास की घटना के बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए कहा कि 'उस (आरोपी) ने चार ड्रिंक लिया और उसके बाद मुझसे एक ही सवाल बार-बार पूछने लगा। मैंने खाना खाया और फ्लाइट अटेंडेंट से कहा था कि उसपर नजर रखें।' वो बोले, 'महिला (पीड़ित) काफी सभ्य थीं। दो जूनियर एयर होस्टेस ने उन्हें साफ किया। मैं सीनियर स्टूअर्डिस के पास गया और उनसे उन्हें अलग सीट देने को कहा....वह बोली कि वो ऐसा नहीं कर सकती और उन्हें कैप्टन की इजाजत लेनी होगी। ' इस मामले में एयर इंडिया ने उस फ्लाइट के चार क्रू और एक पायलट को डी-रोस्टर करके कारण बताओ नोटिस थमाया है। उधर आरोपी शंकर मिश्रा की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। (एयर इंडिया की तस्वीरें फाइल)