10 बातें: एक नए वायरस का हमला, 25 करोड़ कंप्यूटर खतरे में
अभी तक इस वायरस से करीब 25 करोड़ पर्सनल कंप्यूटर प्रभावित हो चुके हैं। यह एक चाइनीज मालवेयर है या फिर इसे एक एडवेयर भी कह सकते हैं।
नई दिल्ली। अभी दुनिया वानाक्राई रैंसमवेयर से निपटने का तरीका ढूंढ़ भी नहीं पाई है और एक नए वायरस ने हमला कर दिया है। इस वायरस का नाम है फायरबॉल। अभी तक इस वायरस से करीब 25 करोड़ पर्सनल कंप्यूटर प्रभावित हो चुके हैं। यह एक चाइनीज मालवेयर है या फिर इसे एक एडवेयर भी कह सकते हैं। जिन देशों में इस वायरस से नुकसान हुआ है, उनमें भारत सबसे ऊपर है।
ये कर सकता है फायरबॉल
1- चेक प्वाइंट रिसर्च फर्म के मुताबिक फायरबॉल इंफेक्टेड कंप्यूटर में ब्राउजर पर कब्जा कर सकता है और कोई भी कोड रन कर सकता है। इसी के साथ आपका डिफॉल्ट सर्च इंजन भी बदल सकता है।
2- यह वायरस फाइल डाउनलोड कर सकता है, जिसमें कोई दूसरा मालवेयर हो और साथ ही वेब ट्रैफिक को भी बदल सकता है। वेब ट्रैफिक के जरिए उन कंपनियों को फायदा पहुंचा सकता है, जो मालवेयर के जरिए अपना धंधा चलाती हैं।
भारत के सबसे अधिक कंप्यूटर प्रभावित
3- फायरबॉल वायरस से सबसे अधिक भारत के ही कंप्यूटर प्रभावित हुए हैं। चेक प्वाइंट के अनुसार कुल प्रभावित कंप्यूटर्स में 10.1 फीसदी भारत के हैं। इसके बाद 9.6 फीसदी के साथ ब्राजील दूसरे नंबर पर है। भारत के 2.53 करोड़ कंप्यूटर इस वायरस से प्रभावित हैं, जबकि ब्राजील के 2.41 करोड़ और मेक्सिको के 1.61 करोड़ कंप्यूटर प्रभावित हुए हैं।
4- चेक प्वाइंट के अनुसार कॉरपोरेट नेटवर्क का 20 फीसदी फायरबॉल से प्रभावित हो चुका है। इस परेशानी की गंभीरता इस तरह से भी देखी जा सकती है कि 14 फर्जी सर्च इंजन एलेक्सा की रैंकिंग में टॉप 10 हजार वेबसाइट्स में आते हैं।
आपकी कर सकता है निगरानी
5- रिसर्च फर्म के अनुसार फायरबॉल आधा मालवेयर है और आधा सॉफ्टवेयर, जिसका एक सही डिजिटल सर्टिफिकेट भी है। फिलहाल इस वायरस का इस्तेमाल सिर्फ विज्ञापन और ट्रैफिक के लिए किया जा रहा है। हालांकि, इस तरह के मालवेयर के पास ट्रैफिक बदलने के अलावा भी बहुत अधिक करने की ताकत होती है।
6- यह मालवेयर कोई भी कोड रन कर सकता है और साथ ही यूजर्स की इंटरनेट की आदतों की भी निगरानी कर सकता है। इसका सीधा मतलब है कि इसका काफी बुरा असर हो सकता है।
ऐसा पता करें, कंप्यूटर इंफेक्टेड तो नहीं
7- इससे बचने के लिए सबसे पहले अपने ब्राउजर में जाएं और डिफॉल्ट सर्च इंजन चेक करें। सभी ब्राउजर के एक्सटेंशन को चेक करें। अगर आपका सर्च इंजन गूगल या याहू के अलावा कुछ और है, जो संदिग्ध लगे तो उसे बदलें। अगर आप उसे नहीं बदल पाते हैं तो इसका सीधा मतलब है कि आपका कंप्यूटर फायरबॉल से इंफेक्टेड है।
8- चेक प्वाइंट ने सुझाव दिया है कि एक एवेयर स्कैनर के जरिए अपने कंप्यूटर को चेक करें और पता करें कि आपका कंप्यूटर इस वायरस से प्रभावित तो नहीं है। इसके चेक करने के लिए चेक प्वाइंट रिसर्च फर्म ने अपने ब्लॉग में भी लिखा है।
इस तरह से अपना कंप्यूटर करें सुरक्षित
9- अगर आप विंडोज इस्तेमाल करते हैं तो कंट्रोल पैनल के प्रोग्राम और फीचर की लिस्ट में जाएं। जो भी एप्लिकेशन इस एडवेयर से इंफेक्टेड है उसे अनइंस्टॉल कर दें। अगर आप मैक ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल करते हैं तो इंफेक्टेड एप्लिकेशन को ढूंढ़ें और फाइल को ट्रैश कर दें। इसके बाद ट्रैश की फाइलों को डिलीट कर के ट्रैश को खाली कर दें।
10- यूजर्स अपने कंप्यूटर को एंटी मालवेयर या एडवेयर क्लीनर से स्कैन कर सकते हैं। साथ ही, अपने सिस्टम के ब्राउजर में जाकर टूल्स और एक्सटेंशन चेक कर सकते हैं। वहां आपको अगर कुछ संदिग्ध लगे तो उसे तुरंत हटा दें।