यमन से सभी नागरिक सुरक्षित वापस लौटे, वीके सिंह का हुआ भव्य स्वागत
नई दिल्ली। यमन में फंसे हजारों लोगों को सुरक्षित निकालने के बाद विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह देर रात भारत वापस लौट आये। वीके सिंह का स्वागत करने के लिए बड़ी संख्या में लोग गाजे बाजे के साथ दिल्ली एयरपोर्ट पर मौजूद थे।
एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद जनरल वीके सिंह ने कहा कि हम साढ़े पांच हजार लोगों को भारत सुरक्षित लाने में सफल हुए हैं। यही नहीं तकरीन 900 विदेशी नागरिकों को भी हम सुरक्षित यमन से निकालने में कामयाब हुए हैं। वीके सिंह ने कहा कि हालात काफी मुश्किल थे यमन में, युद्ध जैसे हालात के बीच हमने हर वक्त लोगों को सुरक्षित वहां से निकालने की कोशिश की।
जनरल वीके सिंह ने कहा कि बमबारी के बीच कई बार हमें विमानों को उड़ने से रोकना भी पड़ा। यही नहीं कई बार समय में हेरफेर भी करना पड़ा। वीके सिंह ने कहा कि जिस तरह से सेना जंग के मैदान में काम करती है, ठीक वैसे ही हमने यमन में लोगों को सुरक्षित वापस निकालने के लिए हर समय अभियान जारी रखा।
यमन से लोगों को सुरक्षित वापस लाने के अभियान को विदेश मंत्रालय ने अब बंद कर दिया है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट करके जानकारी दी कि हमने कुल 5600 लोगों को सुरक्षित वापस निकाला है। जिसमें 4640 लोग भारत के हैं जबकि 41 अन्य देशों के 960 नागरिक हैं।
सुषमा स्वराज ने कहा कि यमन से सुरक्षित वापसी का अभियान अब खत्म होता है। जनरल वीके सिंह वापस भारत आ रहे हैं, इसके साथ ही यमन में हम अपने दूतावास को भी बंद कर रहे हैं।
वहीं विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि सना से भारत के लिए आखिरी विमान रवाना हो चुका है। अभियान के आखिरी दिन विमान में कुल 630 लोगों को वापस भारत लाया जा रहा है। अकबरुद्दी ने कहा कि यमन में सुरक्षा के हालात काफी नाजुक हैं एडेन पोर्ट पर अभी भी बमबारी जारी है। लेकिन इन सब के बीच भारत ने सना से अपने नागरिकों को सुरक्षित वापस लाने का कार्यक्रम सफलतापूर्वक पूरा किया है।
सना से कुल 2900 लोगों को सुरक्षित वापस लाया गया है। 18 विशेष विमानों की मदद से इन नागरिकों को स्वदेश लाने में सफलता प्राप्त हुई है। भारतीय नौसेना की जहाज की मदद से 1670 लोगों को एडेन पोर्ट, एल हुदाया और अल मुकाला पोर्ट से वापस लाने में सफलता मिला है।
वहीं भारतय युद्ध पोत आईएनएस समित्रा से 349 नागरिकों को जिनमें 46 भारतीय और 303 विदेशी नागरिक थे उन्हें अल हुदाया पोर्ट से बीती सार वापस लाया गया।