बंगाल चुनाव हारे बीजेपी, तभी जाएगा पूरे देश में मजबूत संदेश: यशवंत सिन्हा
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की राजनीति में शनिवार को एक नए चेहरे की एंट्री हुई, जिनका नाम है यशवंत सिन्हा। किसी जमाने में अटल बिहारी वाजपेयी के करीबी रहे यशवंत के टीएमसी में जाने की खबर सुनकर सभी हैरान रह गए। पार्टी को ज्वाइन करने के बाद अब वो ममता बनर्जी को दोबारा सत्ता दिलाने के लिए जुट गए हैं। उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान बीजेपी और मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। साथ ही दावा किया कि इस बार भी ममता बनर्जी पूर्ण बहुमत के साथ बंगाल में सरकार बनाएंगी।
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NDTV को दिए इंटरव्यू में सिन्हा ने कहा कि बीजेपी को आगामी बंगाल चुनाव में हारना जरूरी है, इससे देशभर में एक संदेश जाएगा। मैंने ममता बनर्जी के हाथों को मजबूत करने के लिए टीएमसी ज्वाइन की है। वो अपनी लड़ाई लड़ रहीं, जो बंगाल की भी लड़ाई है। उन्होंने नंदीग्राम में ममता बनर्जी को लगी चोट पर कहा कि वो 1990 के दशक में ही एक फाइटर बनकर उभरी थीं। मौजूदा वक्त में उनके पैर में प्लास्टर है, फिर भी वो मजबूती के साथ राज्य में प्रचार कर रहीं। इससे ये बात भी स्वाभाविक है कि लोगों की सहानुभूति उनके प्रति रहेगी।
वहीं जब सिन्हा से पूछा गया कि इस मोड़ पर आकर टीएमसी में शामिल होने पर क्या फर्क पड़ता है, इस पर उन्होंने कहा कि ये सब कुछ बहुत जल्दी में हुआ। कई सारी घटनाएं अप्रत्याशित थीं, जो एक ही दिन में घट गईं। वोटिंग पर उन्होंने कहा कि टीएमसी की सभी वर्गों में अच्छी पकड़ है। जिसमें खासकर अल्पसंख्यक भी शामिल हैं। अल्पसंख्यकों ने हर बार समझदारी से मतदान किया है। इस बार भी वो वैसा ही करेंगे।
मिथुन
पर
कही
ये
बात
वहीं
मिथुन
चक्रवर्ती
के
बीजेपी
में
शामिल
होने
पर
सिन्हा
ने
कहा
कि
वो
उन्हें
उतना
महत्व
नहीं
देते
हैं।
बंगाल
में
ममता
बनर्जी
ही
सबसे
बड़ी
स्टार
हैं।
कोई
दूसरा
स्टार
नहीं
है,
जो
उनके
करीब
आ
जाए।
इस
इंटरव्यू
में
भी
उन्होंने
दोहराया
कि
कंधार
प्लेन
हाईजैक
के
वक्त
ममता
बनर्जी
खुद
को
बंधक
के
रूप
में
तालिबान
को
सौंपना
चाहती
थीं।
साथ
ही
कहा
कि
ममता
ही
ऐसी
शख्सियत
हैं,
जो
विपक्ष
के
नेताओं
को
एकजुट
कर
सकती
हैं।